प्रधान लाटरी फिर?

Firoz Usmani
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आसीन्द-हुरण्डा मे फिर सरपंच लाटरी?

Bhilwara News (भूपेन्द्र औझा)-भीलवाडा।सूप्रीम कोर्ट ने अन्तरिम आदेश से राजस्थान हाई कोर्ट के नई नौ पंचायत समिति,204ग्राम पंचायत गठन पर रोक को “स्टे” कर दिया। अब आगे क्या होगा? देहाती हल्के में इसकी चर्चा ज्यादा है।

उपमुख्यमंत्री एवम पंचायत विकास मंत्री सचिन पायलट ने सूप्रीम कोर्ट आदेश का स्वागत कर इसे, सरकार के ग्रामीण विकास बाबत छोटी ग्राम पंचायत गठन को जायज ठहराया है।मंत्री पायलेट ने अब वहां पंच सरपंच पद से लेकर पंचायत समिति-जिला परिषद सदस्य ओर प्रधान चुनाव की आवश्यकता जताई है। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि, “सरकार नई पंचायत समिति, ग्राम पंचायत गठन को यथावत कायम रख ,वहां शीध्र चुनाव की मंशा रखती हैं।”

भीलवाडा जिले में बदनौर नई पंचायत समिति बनने से एक और पंचायत समिति बढ गई।इस नाते अब पहले लाटरी से निकाला प्रधान आरक्षण रोस्टर क्रम गडबडा गया है।आबादी अनुसार जिले में अनुसूचित जाति, जनजाति प्रधान पद नहीं बढ सकता?आसीन्द पंचायत समिति में अनुसूचित जाति प्रधान पद आरक्षित हुआ है।तोअब नई बदनौर पंचायत समिति में अनुसूचित जाति वर्ग प्रधान पद नहीं आरक्षित हो सकता है।

यही फार्मूला अनुसूचित जनजाति प्रधान पद पर भी लागू होता है।इस नाते बदनौर मे अनुसूचित जनजाति प्रधान भी नही।यह बात फालतू हैं कि, पीछले पंचायत राज चुनाव में माण्डलगढ़ पंचायत समिति के टुकड़े कर नई बिजौलिया पंचायत समिति गठित की थी। तब दोनों को एक ही मान, माण्डलगढ़ के साथ बिजौलिया मे भी सामान्य वर्ग महिला प्रधान पद आरक्षित किया था।माण्डलगढ़-बिजौलिया को लाटरी मे अलग-अलग पंचायत समिति मान लाटरी निकाली गई थी।वह तो महज संजौग वश लाटरी मे दोनों जगह “सामान्य महिला प्रधान”पद आरक्षित हुआ है।

जिले में कूल पंचायत समिति अनुसार लाटरी से महिला तथा अन्य पिछड़ा वर्ग(OBC) प्रधान पद सूरक्षित किया जाता हैं।वह अभी लाटरी से कर दिया। नई बदनौर मे बिना लाटरी के इस वर्ग का प्रधान पद अब सूरक्षित नही कर सकते! इससे साफ होता हैं कि, बदनौर पंचायत समिति में प्रधान पद के लिये लाटरी निकालनी पडेगी, तो भीलवाडा जिले की सभी पंचायत समिति मे प्रधान पद आरक्षण बाबत फिर लाटरी की कवायद के आसार है?

दुसरी बात!ग्राम पंचायत सरपंच-पद बाबत अब आगे क्या होगा? पंचायत समिति में ग्राम पंचायत के बढाने-घटाने पर नई आरक्षण रोस्टर क्रम से लाटरी निकालने का प्रावधान है? जिले में आसीन्द पंचायत समिति की ग्राम पंचायत को निकाल,सरकार ने नई बदनौर पंचायत समिति गठित की थी।आसीन्द की अंटाली ग्राम पंचायत को हुरण्डा पंचायत समिति में शुमार किया था। माण्डल पंचायत समिति में दो नई ग्राम पंचायत नीम का खेडा ओर लिरडिया गठित हुई हैं। बाकी सभी पंचायत समिति में ग्राम पंचायत स्थिति यथावत!

आसीन्द-हुरण्डा पंचायत समिति में ग्राम पंचायत घट-बढ रही है,तो बदनौर नई बन रही। इससे आसीन्द-हुरण्डा ओर नई बदनौर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत में सरपंच-पंच पद की नई लाटरी निकलने की सम्भावना पूरी है।रही बात, माण्डल पंचायत समिति में दो ग्राम पंचायत बढने को लेकर है? माण्डल पंचायत समिति की 19ग्राम पंचायत में सरपंच-पंच पद चुनाव बाबत गुजरे बुधवार 8जनवरी को नामांकन दाखिल हो चुके। चुनाव अधिसूचना के साथ चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाने से अब वहां ओर कोई बदलाव की गुंजाइश नहीं रह गई।

अन्तिम चौथे चरण में इसकी चार ग्राम पंचायत माण्डल, धुवाला, बावड़ी, संतोशपुरा मे सरपंच-पंच पद के चुनाव अब होगे।यहां दो नई ग्राम पंचायत नीम का खेडा, लिरडिया का गठन होने से कुल छः ग्राम पंचायत में चुनाव होना शेष है।अब यहां राज्य चुनाव आयोग ओर पंचायत राज महकमा क्या फैसला करता है? यह काज एक नई नजीर बनेगा!
भीलवाडा जिले की बाकी सभी पंचायत समिति में ग्राम पंचायत की संख्या यथावत होने से वहां फिर लाटरी की संम्भावना नग्नय है? बाकी भगवान भरोसे!

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।