दो दिन पहले बसई डांग थाना क्षेत्र में पुलिस फायरिंग में मारे गए दो युवकों की मौत के बाद रविवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मौरोली गांव पहुंचे। उन्होंने युवकों के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। पायलट ने मीडिया से कहा कि गांव वालों और परिजनों की मांग पर युवकों और पुलिस के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच को बदला जाएगा। इस प्रकार की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं जिनको रोकने के लिए सरकार स्थायी समाधान करेगी।
पायलट ने फायरिंग में मारे युवक रामसेवक और रामकुमार उर्फ भोलू के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। पायलट को भोलू के परिजनों ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने युवकों पर सीधे गोली तारी। युवकों का शरीर गोलियों से छलनी कर दिया। वहीं उनका आरोप था कि कोबरा टीम खुद अवैध देशी कट्टे रखती है,जिससे खुद के पैर में गोली मार ली।
अगर युवक गोली मारते तो पैर में क्यों मारते सीधे सीने में भी चला सकते थे? जबकि पुलिस ने युवकों पर निशाना लगाकर सीने सिर में गोली मारी। इससे युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कइयों को पुलिस मौके पर ही छोड़ आई। गौरतलब है कि शुक्रवार शाम को पुलिस और युवकों के बीच फायरिंग हो गई थी। इसमें दो युवकों की मौत हो गई,जबकि तीन घायल हो गए थे। वहीं क्यूआरटी के दो जवान भी घायल हो गए थे।
पायलट से गुर्जर समाज के मुरारीलाल घुरैया,जण्डैल सिंह ने कहा कि युवक गलती करते हैं तो गिरफ्तार कर लिया जाता है पूरे गांव में छापेमारी की जाती है जबकि पुलिस की गलती है जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों से घटनाक्रम में शामिल पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर तक नहीं किया है। पहले घटना की जांच कराई जाएगी,जिसमें कुछ नहीं होगा। पायलट ने मामले की जांच कर रहे आईजी मुख्यालय बीजू जॉर्ज जोसफ से मोबाइल पर बात कर दिशा-निर्देश दिए।