Jaipur News ।राजस्थान में इटली से आए पर्यटक की पुणे भेजे गए सैम्पल की रिपोर्ट भी पोजिटिव आई है। चिकित्सा विभाग ने एसएमएस अस्पताल में उसे आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। इसके साथ ही पर्यटक की पत्नी को भी संदिग्ध मानते हुए उसे आब्जर्वेशन में लिया गया है। चिकित्सा विभाग ने पर्यटकों के पूरे ग्रुप को नई दिल्ली में रुकवा लिया और देश से बाहर जाने पर रोक लगा दी है। पर्यटकों के इस ग्रुप में शामिल अन्य 18 जनों का नई दिल्ली में सैम्पल लिया गया है। कोरोना का पोजिटिव मरीज मिलने के बाद चिकित्सा महकमा हरकत में आ गया है और मुख्यमंत्री तथा चिकित्सा मंत्री इस मामले में पल पल की रिपोर्ट ले रहें हैं।
पर्यटक से सम्पर्क में आए लोगों की होगी स्क्रीनिंग इटली से आए पर्यटकों का दल गत 21 फरवरी को भारत आया था। प्रदेश में यह दल जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, मण्डावा और जैसलमेर गया था।
विभाग ने अब इन सभी स्थानों पर इटालियन पर्यटक से सम्पर्क में आए सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि 20 सदस्यीय इटालियन पर्यटकों का दल प्रदेश के मण्डावा, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर होते हुए जयपुर पहुंचा था एवं यहां पहुंचने पर एक 69 वर्षीय पर्यटक के बीमार होने पर उसे जेएलएन स्थित निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था एवं वहां से रैफर होने के बाद एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
रेपिड रेस्पोन्स टीमों का गठन
चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने एक आदेश जारी कर राज्य में कोरोना वायरस नियंत्रण के लिए समस्त मेडिकल कॉलेज स्तर पर रेपिड रेस्पोन्स टीम का गठन करने के निर्देश दिए। है। इन टीमों में पीएसएम विभाग, मेडिसिन विभाग, माइक्रोबायोलोजी विभाग एवं पीडियाट्रिशियन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं एपीडेमोलोजिस्ट को शामिल किया गया है। ये रेपिड रेस्पोन्स टीमें कोरोना वायरस के मरीज के घूमे गए स्थान और ठहरने के होटल का निरीक्षण कर प्रोटोकोल के तहत स्क्रीनिंग करेंगी। घूमने के दौरान पर्यटक के सम्पर्क में आने वाले सभी लोगों की राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सीय जांच की जाएगी। साथ ही ठहरने व भ्रमण किए गए स्थलों का डिस्इंफेक्शन भी करवाया जाएगा।
खांसी और सांस में हुई दिक्कत
इटली पर्यटको का दल 28 फरवरी को जयपुर पहुंचा था। यहां आने के बाद एक पर्यटक को होटल में खांसी और सांस लेने में परेशानी महसूस होने पर उसे निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज शुरू किया गया लेकिन पर्यटक के लक्षण देखकर उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए एसएमएस रैफर कर दिया गया। यहां उसका सैम्पल लिया गया जो नेगेटिव आया लेकिन मापदण्ड के तहत जब दूसरे सैम्पल की जांच की गई तो वह पोजिटिव मिला। इस पर उसका सैम्पल जांच के लिए पुणे भेजा गया था जहां की रिपोर्ट में भी वह पोजिटिव मिला है।
चिकित्सकों पर इटली दूतावास का प्रेशर
पर्यटक की पहली जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल में सुविधाओं को देखते हुए उसे निजी अस्पताल में भेजने के लिए इटली दूतावास का भारी प्रेशर रहा। हालांकि दूसरे सैम्पल की जांच रिपोर्ट आने तक चिकित्सकों ने उसे नहीं भेजा लेकिन इटली एम्बेसी से लगातार पर्यटक के स्वास्थ्य को लेकर अपडेट मांगा गया।
विभाग में बैठको का दौर
पर्यटक की रिपोर्ट पोजिटिव आने से ही चिकित्सा विभाग में बैठकों का दौर जारी है। सोमवार देर रात मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री ने मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सकों की बैठक ली वहीं आज सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय ने वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से हालात की जानकारी ली। इसके बाद एसीएस रोहित कुमार सिंह ने विभाग के अधिकारियों की इस बारे में बैठक ली वहीं शाम को मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में भी बैठक हुई। खबर लिखे जाने तक अस्पताल में चिकित्सकों की बैठकों का दौर जारी रहा।
छह बैड पर एक मरीज
एसएमएस के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना पोजिटिव मरीजों के लिए छह बैड का वार्ड तैयार किया गया है। इस वार्ड में छह बैड पर एक ही मरीज भर्ती है। उसकी पत्नी को अन्य वार्ड में रखा गया है।