जहाजपुर (आजाद नेब) पहली बार होने जा रहे कॉलेज के चुनाव में एनएसयूआई की जीत जातिगत आंकड़ों के आधार पर लगभग तय मानी जा रही है। मतदान भी कल ही होना है।
एनएसयूआई और एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए मीणा समुदाय से अपना प्रत्याशी बनाया है। कॉलेज की मतदाता सूची में कुल 390 मतदाता हैं जिनमें 170 मीणा समुदाय के छात्र-छात्राएं मतदाता है। एनएसयूआई और एबीवीपी के अध्यक्ष पद उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में अपना दम रखते हैं। दोनों ही को मीणा समुदाय से अच्छे वोट हासिल करने का दम भरा है। दुसरी ओर कॉलेज की मतदाता सूची साथ ही 90 वोटर गुर्जर समाज के है एवं 44 मतदाता मुस्लिम समाज से हैं। जो एनएसयूआई के परंपरागत वोट माने जा रहे हैं। इसी तरह कॉलेज की मतदाता सूची में 25 वोट एसी कैटेगरी से हैं और 49 अन्य जातियों से है इनके अलावा तकरीबन 12 वोटर स्वर्ण जातियों से है।
एनएसयूआई ने सभी जातियों के वोटर को साधते हुए इस चुनाव में मीणा, गुर्जर, मुस्लिम, रेगर समाज से अपने उम्मीदवारों को उतारा है। वही एबीवीपी जाति गत समीकरण साधने में कामयाब नहीं रही जिससे उसको नुकसान उठाना पड़ सकता है। एनएसयूआई ने अध्यक्ष के पद लिए लोकेश मीणा, उपाध्यक्ष मोनिका रेगर, महासचिव अल्फेज मंसूरी, संयुक्त सचिव राजाराम गुर्जर को मैदान में उतारा है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अध्यक्ष पद के लिए कल्पना मीणा, उपाध्यक्ष अंशुल खारोल महासचिव अमिता रेगर, और संयुक्त सचिव के लिए विशाल लक्षकार को मैदान में उतारा है। मुस्लिम एवं गुर्जर समुदाय से कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से विद्यार्थी परिषद को सीधा सीधा नुकसान होगा। क्योंकि दोनों जातियों के कुल 390 में से 134 मतदाता है। एनएसयूआई ने उपाध्यक्ष के लिए मोनिका रेगर को उतार कर एसी कैटेगरी पर भी अपनी पकड़ मजबूत की है। इन आंकड़ों के आधार पर जहाजपुर कॉलेज में एनएसयूआई की काफी मजबूत स्थिति मानी जा रही है।