अब H3N2 वायरस फैल रहा तेजी से , जानें क्या लक्षण और क्या करें 

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर/ दुनिया में और देश में कोरोना के कहर से आमजन को अभी राहत मिल और वह इस महामारी से उबर कर सामान्य जीवन जीने के लिए पटरी पर आए हैं।

अब एक और खतरनाक वायरस H3N2 ने दस्तक दे दी है और यह देश के कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है।उइस वायरस के क्या है लक्षण क्या रखें सावधानी आइए जाने।

विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के अनुसार मौसमी इनफ्लुएंजा वायरस चार प्रकार का होता हैA,B,C और D इनमें A और B प्रकार के वायरस से मौसमी फ्लू फैलता है हालांकि इनमें इनफ्लुएंजा A प्रकार सब टाइप होते हैं ।

एक होता है H3N2 और H1N1 वही इनफ्लुएंजा टाइप B के सब टाइप नहीं होते हैं लेकिन इसके लायनेस हो सकते हैं टाइप C को बेहद हल्का माना जाता है और खतरनाक नहीं होता है जबकि टाइप D मवेशियों में फैलता है।

आईसीएमआर के अनुसार कुछ महीनों में H3N2 के मामले बढ़े हैं मौसमी इनफ्लुएंजा से संक्रमित होने पर बुखार खांसी नाम तो परसों सूखी खांसी सिर दर्द मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द थकावट गले में खराश और नाग देने जैसे लक्षण इस वायरस के हैं जो नजर आते हैं।

अधिकांश लोगों को बुखार 1 सप्ताह में ठीक हो जाता है लेकिन खांसी ठीक होने में 2 या उससे अधिक सत्ता लग सकता है।

बचाव 

आईसीएमआर के अनुसार खुद को इस संक्रमण से बचाने के लिए सलाह दी गई है कि नियमित रूप से साबुन से हाथ धोने से स्मार्ट के पहने और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें बुखार और बदन दर्द की स्थिति में पेरासिटामोल गोली ले तथा इसके अलावा हाथ मिलाने से बचें और एंटीबायोटिक सहित अन्य दवाइयां डॉक्टर की सलाह के बाद ले

इस वायरस से किसको खतरा

आईसी एमआर के अनुसार इनफ्लुएंजा वायरस किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी हो सकता है लेकिन इसे सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं 5 साल से कम आयु के बच्चों बुजुर्गों और किसी बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को है इसके अलावा हेल्थ केयर वक्त वर्कर्स को भी इनफ्लुएंज से संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा है

क्या होता है इनफ्लुएंजा

किसी वायरस के कारण नाक गला और फेफड़े के संक्रमण को फ्लू या इनफ्लुएंजा कहते हैं इससे हमारा सांस लेने का तंत्र प्रभावित होता है। 

इनफ्लुएंजा 4 तरह के होते हैं

इनफ्लुएंजा A

यह मौसम फिल्म होता है इससे संक्रमित होने वाले मरीज की स्थिति गंभीर हो सकती है

 

इनफ्लुएंजा B

यह भी मौसमी फ्लू होता है लेकिन बच्चों को ज्यादा संक्रमित करता है

इनफ्लुएंजा C

सबसे कमजोर और कम अत्रे वाला वायरस माना जाता है।

इनफ्लुएंजा D

यह ज्यादातर मवेशियों को अपना शिकार बनाता है।

भारत में फैल रहा H3N2 वायरस क्या है

इनफ्लुएंजा एA वायरस में दो प्रोटीन स्टोन HA और NA होते हैं HA के अट्ठारह सब टाइप हैं जोHI से लेकर HI 18 तक होते है । NA k11 सब टाइप होते हैं जोNI से लेकर NI11 तक होते है। H3N2 वायरस इनफ्लुएंजा A के किन्हीं दो प्रोटीन इस ट्रेन का मिश्रण है ।

इसी तरह एक सब टाइप HINI होता है जिसकी वजह से स्वाइन फ्लू जैसी महामारी होती है इस समय देश में इनफ्लुएंजा A वायरस के सब वैरीअंट H3N2 तेजी से फैल रहा है। जीवो के जेनेटिक मैटेरियल में बदलाव के बाद यह वायरस स्वयं की लाखों कॉपी बनाते हैं।

इनफ्लुएंजा A वायरस की यही कॉपी एक इंसान से दूसरे इंसान या जानवरों के शरीर में जाती है म्यूटेशन के कारण इनफ्लुएंजा वायरस काफी तेजी से रूप बदलते हैं अगर यह जानलेवा भी हो सकते हैं।

अपील

इस खबर को प्रकाशित करने के पीछे हमारा उद्देश्य आमजन में दहशत और डर फैलाना नहीं है बल्कि आमजन को इससे सचेत और सावधान करना है

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम