नाइजीरियन गैंग पर साइबर क्राइम पुलिस ने शिकंजा कसा
जयपुर
फेसबुक से दोस्ती शुरू कर वाट्सएप से बातचीत बढ़ा लोगों को ठगने वाली नाइजीरियन गैंग पर साइबर क्राइम पुलिस ने शिकंजा कसा है। देशभर में सैकड़ों लोगों से ठगी कर करीब सौ करोड़ रुपए ऐंठनी वाली गैंग में एक मास्टर माइण्ड महिला भी शामिल है। पुलिस ने शुक्रवार को महिला सहित चार जनों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में ठगी के उपकरण जब्त किए हैं। ठगों को अदालत में पेश कर रिमाण्ड पर लिया जाएगा,जिनसे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी का आंकड़ा बढऩा तय माना जा रहा है।
चारों को महावीर नगर दिल्ली स्थित किराए के फ्लैट से गिरफ्तार
उप महानिरीक्षक स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो शरत कविराज ने बताया कि गिरफ्तार ठगों में नाइजीरिया के रहने वाले माइक रिचे, जैम्स और डेबिड है,जबकि चौथी महिला यंगरटुला नागालैण्ड की रहने वाली है। चारों को महावीर नगर दिल्ली स्थित किराए के फ्लैट से गिरफ्तार किया है। घटनाक्रम के अनुसार अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह के खिलाफ गांव बीबीपुर छोटा तहसील फतेहपुर सीकर के रहने वाले सुरेश कुमार ने धोखाधड़ी कर करीब 20 लाख रुपए हड़पने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बड़े ही नाटकीय ढंग से हुई ठगी
ठगी शिकार सुरेश केन्द्रीय रिजर्व पुलिस इटुनगरम जिला वांरगल तेलंगाना में तैनात है। बड़े ही नाटकीय ढंग से हुई ठगी की पड़ताल की तो टीम में शामिल उपाधीक्षक मोहर सिंह पूनिया और इंस्पेक्टर उम्मेद सिंह को गैंग तक पहुंचने में देर नहीं लगी।
सुरेश कुमार से गिरोह में शामिल मास्टर माइण्ड महिला ने फेसबुक पर दोस्ती की। जनवरी माह में हुई दोस्ती वाट्सएप चैटिंग तक पहुंची तो शातिर महिला ने उससे भारत आकर मिलने को कहा। महिला इंटरनेट कॉलिंग करती थी जिसके चलते वह नम्बरों को भी नहीं पहचान पाया।
बाद में उसने भारत आने और दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों की ओर से पकड़े जाने का नाटक किया। गिरोह में शामिल अन्य शातिरों ने सुरेश से कस्टम अधिकारी बनकर बात की और कई अनियमितताएं बताकर उसे छोडऩे के एवज में करीब 22 अलग-अलग बैंक खातों में 20 लाख 25 हजार 920 रुपए डलवा लिए। बाद में गिरोह ने संपर्क तोड़ा तो उसे ठगी का अहसास हुआ।
महिला लोगों से दोस्ती गांठती है। बाद में वह प्रेम जाल में फांसकर भारत आकर व्यापार में मोटी पूंजी लगाने का झांसा देती है। कुछ दिन बाद वह देश के किसी भी एयरपोर्ट पर कथित रूप से पहुंचती है और शुरू होता है ठगी का कारोबार। गैंग के अन्य ठग कस्टम अधिकारी बनते हैं
महिला के पास भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा और अन्य महंगी प्रतिबन्धित सामग्री होने का नाटक करते हैं। गिरोह उसकी मदद के लिए कई प्रकार के टैक्स और अन्य पेनल्टी लगाकर छोडऩे का झांसा देकर फर्जी खातों में पैसा डलवाते हैं। पैसे नहीं डालने पर उसे भी गिरफ्तार करने की धमकी दी जाती है। बाद में गिरोह खातों में जमा रकम को खुर्द-बुर्द कर देते हैं।