Jaipur News – नए साल से रेल किराए में इजाफे के बाद अब रोडवेज के किराए में भी वृद्धि हो सकती है और वो भी 20 प्रतिशत तक। पंचायत चुनावों की आचार संहिता लगने की वजह से निर्णय फिलहाल फाइलों में बंद है,लेकिन जैसे ही आचार संहिता हटेगी किराए में बढ़ोतरी का फरमान कभी भी लागू हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार वित्त विभाग इस बाबत पहले ही अनुमति दे चुका है और मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर पर भी लगभग सहमति बन चुकी है। रोडवेज में पिछले करीब साढ़े 3 सालों से किराया नहीं बढ़ा है। पिछली भाजपा सरकार में परिवहन मंत्री यूनुस खान के समय 2016 में करीब 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया गया था,उसके बाद से ही किराए में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की गई है। रोडवेज सूत्रों की माने तो बढ़ते घाटे के कारण रोडवेज की बसों का संचालन भारी पडऩे लगा है।
रोडवेज को प्रतिदिन लगभग 30 पैसे प्रति किलोमीटर का घाटा हो रहा है। इस स्थिति में किराया बढ़ाना ही एक मात्र समाधान दिखाई दे रहा है। इस समय रोडवेज लगभग 4 हजार करोड़ रुपए के घाटे में है और यह घाटा प्रतिमाह बढ़ता जा रहा है। यदि बसों के किराए में इजाफा होता है तो सभी श्रेणियों की बसों का किराया बढ़ाया जा सकता है। डीजल की दरों में भारी बढ़ोतरी को भी किराया बढ़ाने का एक और कारण माना जा रहा है। पिछले तीन सालों में एक भी बार रोडवेज का किराया नहीं बढ़ा है जबकि डीजल की दरें करीब 15 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ चुकी है।
रोडवेज का किराया बढऩे की संभावना के बीच बिजली की दरों में भी भारी इजाफा हो सकता है। बताया जाता है कि बिजली कंपनियों ने सरकार से घरेलू बिजली की दरों में 11 प्रतिशत तक बढ़ोतरी का करने का प्रस्ताव भिजवाया है लेकिन बताया जाता है कि सरकार साढ़े 4 से 5 प्रतिशत तक दरें बढ़ाने पर सहमति दे सकती है। इसके अलावा कमर्शियल बिजली की दरों में भी वृद्धि हो सकती है।