
जहाजपुर (आज़ाद नेब) शुक्रवार को ट्रैक्टर की टक्कर से हुई युवक की मौत के बाद विधायक गोपीचंद मीणा द्वारा मुआवजे की मांग को लेकर दो दिन से दिया धरना टांय टांय फिस रहा।
थानाधिकारी दुलीचंद गुर्जर द्वारा आज सुबह मृतक के पिता मगनाराम एवं रिश्तेदारों से समझाई की जिसके परिणाम स्वरूप मृतक के पिता ने स्वेच्छा से मृतक की लाश ले जाने को राजी हो गए।
चावंडिया चौराहे पर ही पुलिस उपाधीक्षक हंसराज बैरवा एवं थानाधिकारी दुलीचंद गुर्जर की मौजूदगी में लाश सुपुर्दगी पर हस्ताक्षर किए ओर मोर्चरी में रखी हुई मृतक की लाश को जलाने के लिए गांव ले गए।
मृतक की लाश जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है। विधायक गोपीचंद मीणा धरना स्थल पर सुबह से ही नदारद दिखे। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
गौरतलब है कि गुढ़ा पंचायत के रामपुरा (घाटारानी) निवासी कन्हैया लाल मीणा पिता मगन राम मीणा उम्र 27 वर्ष शुक्रवार को जहाजपुर से घर जा रहा था तभी रावत खेड़ा के पास बजरी लीज से बजरी भर कर आ रहे ट्रैक्टर से टक्कर होने पर युवक गंभीर घायल हो गया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची घायल को अस्पताल पहुंचाया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक गोपीचंद मीणा भी अस्पताल पहुंचे पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव लेने से परिजनों ने इनकार करते हुए विधायक गोपीचंद मीणा के नेतृत्व में बजरी लीज धारक से मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने मांग की।
समझाइश के लिए तहसीलदार इंद्रजीत सिंह चौहान थानाधिकारी दुली चंद गुर्जर अस्पताल परिसर में पहुंचे थे। लेकिन मुआवजे की मांग को लेकर विधायक गोपीचंद अपने कार्यकर्ताओं सहित चावण्डिया चौराहे पर पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे और वहां चौराहे पर समर्थकों के साथ बैठे थे ।
वहां पर हनुमान नगर थानाधिकारी स्वागत पांड्या विधायक से समझाइश करने के लिए गए तभी विधायक गोपीचंद मीणा भड़ग गए इस बीच थानाधिकारी स्वागत पंड्या के बीच तकरार हो गई वहां मौजूद लोग और पुलिस कर्मी आमने सामने हो गए। मामलेे को बिगड़ता देख थानाधिकारी दुली चंद गुर्जर ने बीच बचाव किया मामला शांत कराया था।