Baran News ,फ़िरोज़ खान । प्रति वर्ष के भांति इस वर्ष भी जाग्रत महिला संगठन तथा चारु मित्रा स्मृति न्यास के द्वारा संयुक्त रूप से संकल्प सोसायटी मामोनी परिसर में महिला दिवस मनाया गया । महिलाओं के शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए 1910 से प्रतिवर्ष 8 मार्च को दुनियाभर में महिला महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
इससे जाहिर है कि महिला पहले से ही शोषित, उत्पीड़ित होती आई है । तात्पर्य यह है कि महिलाओं पर हिंसा पहले भी होती थी पर आज जिस सोच ओर मानसिकता से, जिस तैयारी से जिस बर्बरता से ये घटनाएं घट रही हे उससे यही प्रकट होता है कि महिलाओं के प्रति नजरिया बदलकर पहले से खतरनाक हो गया है । नारी त्याग, साहस, बलिदान, शक्ति, तथा सेवा की सजीव मूर्ति होती है ।
जीवन के सुख दुख में छाया की भांति पुरुष का साथ देने के कारण वह अर्धांगनी घर की व्यवस्थापक होने के कारण लक्ष्मी तथा श्लाघनीय गुणों के कारण वह देवी कहलाती है । महिला दिवस में स्थानीय महिलाओं व पुरुषों तथा बच्चों ने भाग लिया । कार्यक्रम का संचालन संगठन की महिलाओं ने किया ।
इस अवसर पर माड़साहब मोतीलाल जी व चारु जी को याद करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की गयी । इसके बाद महिलाओं ने संगठन के गीत गाकर नाच गान किया । जाग्रत महिला संगठन की कार्यकर्ता जसोदा बाई ने महिला दिवस क्यों मनाया जाता है ? के बारे में बताया इसके बाद संगठन की महिला कार्यकर्ताओ द्वारा गीत गाया “जब बन ही गया बहनों का संगठन, इसको मजबूत करने का वादा करो ।
संगठन की शकुंतला बाई, भगवान दे, मोहनी बाई, बैजंती बाई, चन्द्री बाई ने पिछले वर्ष में संगठन द्वारा किये गये कार्यो की जानकारी दी । महिलाओ ने इस प्रकार गाते बजाते हुए अपना दिन मनाया । कार्यक्रम के अंत मे सभी को रंग गुलाल डालकर महिला दिवस की शुभकामनाएं दी । महिला दिवस में संकल्प सोसायटी मामोनी के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सेन, चन्दालाल भार्गव, प्रेमचन्द, अतर सिंह सहित सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया ।