Bhilwara News / Dainik reporter (मूलचन्द पेसवानी) : जिले के शाहपुरा श्री प्रतापसिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय, शाहपुरा में प्राचार्य डाॅ. हरमल रेबारी के सान्निध्य में क्रान्तिकारी केसरीसिंह बारहठ की जयन्ती का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ. रेबारी ने क्रान्तिकारी केसरीसिंह बारहठ के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि क्रान्तिकारी केसरीसिंह बारहठ ऐसे पराक्रमी एवं साहसी योद्धा थे, जिन्होंने ‘चेतावनी रा चूंगट्या’ के माध्यम से अंग्रेज शासकों के विरुद्ध राजस्थान में जनजागरण का सूत्रपात किया।
प्रो. मूलचन्द खटीक एवं छात्रसंघ अध्यक्ष सुमित पारीक ने बारहठ बन्धुओं के आजादी के आन्दोलन में योगदान पर अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर संकाय सदस्य प्रो. मधु दरगड़, प्रो. रामावतार मीना, डाॅ. पुष्करराज मीणा, प्रो. डी.सी. जैन, डाॅ. अनिल कुमार श्रोत्रिय, डाॅ. स्वप्ना जैन, प्रो. सत्यजीत जेटली, डाॅ. रंजीत जगरिया, महाविद्यालय कार्मिक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के तŸवावधान में कौमी एकता सप्ताह के तहत कमजोर वर्ग दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी प्रो. रामावतार मीना एवं कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मूलचन्द खटीक ने विद्यार्थियों को कमजोर वर्ग के लिए चलायी जा रही सरकारी योजनाओं से अवगत कराया।
प्राचार्य डाॅ. रेबारी ने कमजोर वर्ग में सामाजिक चेतना एवं जागृति के लिए समाज के साधनसम्पन्न व्यक्तियों से सहयोग की अपील की। संकाय सदस्य प्रो. जयकृष्ण त्रिपाठी एवं डाॅ. हंसराज सोनी ने भी विचार व्यक्त किये।