Jaipur News : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र प्रकरण को फर्जीकल स्ट्राइक करार दिया है और इसे देश का दुर्भाग्य बताते हुए कहा है कि यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सहमति के बिना संभव नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी को मन की बात नहीं बल्कि अपने दिल की बात करनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन का मामला अब न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है। इसलिए मामले में टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा।
गहलोत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए कहा कि पूरे प्रकरण में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका भाजपा के साथ मिलीभगत की रही और नैतिकता के आधार पर उन्हें पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।
रात के अंधेरे में लुकाछिपी करके जो गेम हुआ उससे पूरा देश स्तब्ध रह गया है और यह एक नजीर बन गई है कि आखिर ये लोग देश को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं।
महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों के एक बार फिर जयपुर आने की खबरों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी विधायक राजस्थान आएंगे उनका स्वागत करेंगे और उन्हें सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी भी है।
हालांकि उन्होंने कहा कि अभी विधायकों के जयपुर आने की सूचना नहीं है। सीएम ने बॉण्ड के नाम पर देश में बड़ा स्कैण्डल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि केवल बॉण्ड के जरिए 90 प्रतिशत फंड भाजपा के खाते में आ रहा है। सभी पार्टियों के फंड ब्लॉक कर केवल भाजपा के खाते में फंड लिया जाएगा तो देश में लोकतंत्र कैसे सुरक्षित रहेगा? इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने इसका विरोध किया, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसका विरोध किया तब भी लागू किया गया ।
गहलोत ने कहा कि भाजपा और आरएसएस मिलकर लोकतांत्रिक संस्थाओं को बर्बाद कर रहे हैं और नौजवान अगर समय पर नहीं संभले तो उन्हें पश्चाताप करना पड़ेगा।
उन्होंने न्यायपालिका पर भी दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीजेआई बनते ही रंजन गोगोई के रुख में बदलाव आ गया था और जो आरोप उन्होंने दीपक मिश्रा पर लगाए थे उसी तरह की कार्यशैली फिर उन्होंने खुद ने अपना ली।
सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-शिवसेना और एनसीपी के पास बहुमत होने के बावजूद भाजपा की जिस तरह की हरकतें सामने आ रही हैं उन्हें पूरा देश देख रहा है। भाजपा भ्रम में है लेकिन हकीकत जल्द सामने आ जाएगी।