बिजली के अवैध कनेक्शन
जयपुर
जयपुर और नागौर जिलों के नमक उत्पादन क्षेत्र में बिजली के अवैध कनेक्शन के मामले में गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस के दीपेन्द्रसिंह ने अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। उनका ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला के जबाव पर पलटवार करते घेरते हुए सवाल किया कि जब उनके (मंत्री) अनुसार कोई अवैध कनेक्शन नहीं है, तो फिर पकड़ा किसे गया? उन्होंने जानना चाहा कि इन क्षेत्रों में कब जांच की गई, किसने जांच की? उन्होंने आरोप लगाया कि नावां में कनेक्शन से 2-3 किमी लाइन डालकर बिजली चोरी की जा रही है। एक आदतन अपराधी ने ट्रांसफार्मर चोरी कर सांभर झील में ही लगा दिया है।
सवाल के मूल प्र्रश्नकर्ता में कांग्रेस के ही हरिशचन्द्र मीणा का नाम
इस सवाल के मूल प्र्रश्नकर्ता में कांग्रेस के ही हरिशचन्द्र मीणा का नाम भी था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने मंत्री के जवाब के बाद अगला सवाल पुकार लिया। इस पर मीणा थोड़े नाराज दिखे। इससे पहले कल्ला ने कहा कि जयपुर और नागौर जिलों के नमक उत्पादन क्षेत्र में सितंबर, 2017 से नवंबर,2017 तक एक अभियान चलाकर विद्युत के 84 अवैध कनेक्शन काटे गए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद 4 कनेक्शन दुबारा करने पड़े। अभी वर्तमान में कोई विद्युत चोरी नहीं की गई है। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जयपुर और नागौर जिलों के नमक उत्पादन क्षेत्र में समय-समय पर वहां विजिलेंस की टीम जाए और कोई भी अवैध कनेक्शन पाए जाने पर तुरंत उस पर कार्यवाही की जाए।
अभी हाल ही में 20 मार्च, 2019 को विभाग ने 2 लाख 1 हजार रुपए की वसूली की गई। इसके बाद से वहां पर कोई भी अवैध कनेक्शन होने की जानकारी नहीं है। अगर विभाग को इस तरह की अवैध कनेक्शन होने की जानकारी प्राप्त होती है, तो कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में गत तीन वर्षों में विद्युत चोरी के 18 प्रकरण पकड़े गए, जिसमें वर्ष,2016-17 में 13 प्रकरण, वर्ष, 2017-18 में 4 प्रकरण और वर्ष,2018-19 में एक प्रकरण पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि जयपुर जिले में नमक उत्पादन क्षेत्र (सांभर) में अनाधिकृत रूप से ट्यूब वैल खोदकर विद्युत चोरी का कोई प्रकरण नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि विद्यु्त चोरी का प्रतिदिन के हिसाब से आंकलन किया जाना संभव नहीं है। नमक उत्पादन क्षेत्र में विद्युत चोरी के प्रकरणों में कोई अधिकारी-कर्मचारी दोषी नहीं पाया गया।