Jaipur News (फ़िरोज़ उस्मानी) – राजस्थान में पहला उदाहरण है कि किसी मुख्यमंत्री को प्रेस कॉन्सिल की और से नोटिस मिला है। एक तरफ तो मिडिया को चौथा स्तम्भ मानते हैं वहीं दूसरी और उसे धमकाने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) कर रहे हैं।
ओम माथुर(Om Mathur) ने कहा कि कुल मिलाकर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट(Sachin Pilot) और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आपस की लडाई में कहीं न कहीं कुंठा झलक रही है और एक बार नहीं कई बार देखने को मिला है।
ये बात भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर जयपुर में मीडिया से रूबरू हुए कही। उन्होंने कहा कि गहलोत इन पिछले कई सालों में अपनी मार्यादाएं भूल कर बाते कर रहे हैं।
वे राज्य के मुख्यमंत्री हैं मर्यादा रखनी चाहिए। ये जो मीडिया को धमकी दी है ये दुर्भाग्य पूर्ण है। मुख्यमंत्री गहलोत को समझना चाहिए। वो प्रदेश के मुखियां हैं और जतना ने उन्हे चुनकर भेजा है। वो जनता के दुख सुख में खड़े रहें।
ये धमकाने का विषय कहां से आ गया है। जोधपुर में पिछले दिनों गृहमंत्री अतिम शाह की रैली में शामिल नहीं होने पर मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि उस दौरान मैं गांव में था और मेरा जन्मदिन भी था, मुझे निमंत्रण भी था और जन्मदिन में आसपास के जिलों के बहुत से कार्यकर्ता वहां गए थे इस कारण मेरा वहां जाना नहीं हुआ और ये पोस्टर सहित छोटी मोटी चीजों पर मैंने ध्यान नहीं दिया और मैं पोस्टर की राजनीति नहीं करता हूं।