मानवीय मूल्यों की रक्षा विश्व शांति के आधार पर ही कायम होगी- बीके संगीता

liyaquat Ali
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विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया ब्रह्मा बाबा स्मृति समारोह

Shahpur News (मूलचन्द पेसवानी)- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शाहपुरा सेवा केंद्र पर शनिवार को संस्था के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के स्मृति दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया। संस्था ने इस दिवस को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया।


सेवा केंद्र प्रभारी बीके संगीता के मार्गदर्शन में आयोजित इस समारोह उन्होंने कहा की ईश्वरीय ज्ञान पर आधारित यह संस्था विश्व भर में चरित्र निर्माण की अलख जगा रही है। उन्होंने कहा कि मानव व मानवीय मूल्यों की रक्षा विश्व शांति के आधार पर ही कायम की जा सकती है। शांति ईश्वर की अमूल्य निधि है जिसे कायम रखना प्रत्येक मानव का सामाजिक और नैतिक दायित्व है।


उन्होंने संस्था के मुख्यालय माउंट आबू में प्रभात से जुड़े अनुभव भी सुनाएं और कहां की माउंट आबू में ब्रह्मा कुमारीज के मुख्यालय जाकर एक सुखद अनुभूति होती है और मन शांत रहता है। वहां लगता है जैसे हम ईश्वर के समीप हो उन्होंने आम जनता से भी ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़ने की अपील की।


बीके संगीता ने ब्रह्माकुमारी संस्था के द्वारा की जा रही आध्यात्मिक सेवा और राष्ट्रहित से जुड़े कर्मों में सहभागिता के जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा यदि ईश्वर पाठ्यक्रम हर विद्यालय में लागू हो जाए तो बच्चे न केवल चरित्रवान बनेंगे बल्कि राष्ट्रवादी भी होंगे। उन्होंने कहा की बाबा ने आध्यात्मिक परिवर्तन लाने के लिए आमजन को नशा से मुक्त करने का काम किया।


इस अवसर पर बड़ी संख्या में संस्था से जुड़े बहन भाइयों ने भाग लिया और विश्व में शांति की आवश्यकता समझी। सभी ने एक स्वर में कहा कि हिंसा से परहेज कर अहिंसा के मार्ग पर चलगें तभी सामाजिक व आध्यात्मिक उन्नति हो सकती है। बाद में सभी ने बाबा की सौगात प्राप्त की।


बीके संगीता बहन ने बताया कि ब्रह्मबाबा हमेशा बच्चों को संदेश देते थे कि धीरे बोलो, मीठा बोलो। इन बातों को धारण करना ही हमारी बह्मबाबा के प्रति श्रद्धांजलि है।

उन्होंने कहा कि विज्ञान ने मनुष्यों को मशीनी सुविधाएं दी हैं, जिसने मनुष्यों को परिश्रम करने से मुक्त कर दिया है। जिससे शारीरिक बिमारियां बढ़ती जा रही हैं। जितनी तीव्र गति से सुविधाएं बढ़ रही हैं, उतनी तेजी से अशांति भी बढ़ रही है। अशुद्ध सोच गलत दृष्टिकोण है। जिससे मन में विकृति आती है फिर वही हमारा कर्म बन जाता है। परमात्मा ही हमें सत्य व असत्य का बोध कराते हैं। इस आध्यात्मिक ज्ञान से ही हम स्वस्थ, सुखी और शांत बनते हैं।


राजयोग केंद्र का संचालन अब गांधीपुरी में होगा-
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शाहपुरा सेवा केंद्र प्रभारी बीके संगीता बहन ने बताया कि आज से शाहपुरा केंद्र गांधीपुरी में पुराने संघ कार्यालय भवन में स्थानांतरित हो गया है। इसका आज विश्व शांति दिवस के मौके पर शुभारंभ किया गया। अब केंद्र का संचालन नये भवन में ही होगा। कोई भी व्यक्ति साधक प्रातः 8 बजे से 12 बजे तथा सांय 5 बजे से 9 बजे तक के मध्य एक घंटे के लिए राजयोग के लिए वहां पहुंच कर लाभ ले सकता है।

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