वैराग्य के मूर्तमान स्वरुप भगवान शिव: संत दिव्य मुरारी बापू

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टोंक।  राष्ट्रीय संत दिव्य मुरारी बापू ने मंशापूर्ण भूतेश्वर महादेव मन्दिर में चल रही शिव महापुराण कथा में गुरुवार को कहा कि वैराग्य के मूर्तमान स्वरुप भगवान शिव, कैलाश पर विराजते है। एक बार पार्वती जी ने कहा कि भोलेनाथ नारायणजी ने और ब्रह्मा जी ने कितने सुंदर महल बनाएं है, लेकिन हम दोनो पर्वत पर रहते है। दुनिया कहती है कि आप त्रिलोकी नाथ है, आप सबको कुछ न कुछ देते हे, हमारे लिए भी एक महल बनवा दीजिए, भगवान शंकर ने हंसते हुए कहा कि जो आनंद वैराग्य में है, वह आनंद और कही नही है।

लेकिन पार्वती जी लक्ष्मीजी का महल देखकर आई थी, बौंली हमे बढिय़ा महल चाहिए, भगवान शंकर ने पार्वती के लिए सोने का विशाल महल बनवा दिया, जो विशाल नगर जैसा था, भवन पूजन, गृह प्रवेश के लिए विधिवत पूजन कराया, देवी पार्वती ने कहा कि इसे अधिक से अधिक दक्षिणा भी दीजिए, रावण ने दक्षिणा में वह सोने का विशाल नगर ही मांग लिया, बाद में उसी को अपनी राजधाी बनाया, जिसका नाम लंका पड़ा।

शिवजी से आपर संपदा पाकर रावण पदभ्रष्ट हो गया, तब भगवान शंकर ही हनुमानजी के रुप में अवतार लेकर उसकी लंका को जलाकर समाप्त कर दी। व्यक्ति अच्छा बुरा जो कुछ करता है, उसका उसे अलग अलग हिसाब मिलता है, अच्छे कर्म का फल अच्छा मिलता है, इसलिए कर्मशुद्धि पर बहुत ध्यान देना चाहिए। इस अवसर घनश्याम दास महाराज, मन्दिर अध्यक्ष बबलू बना भगवतसिंह राणावत, उपाध्यक्ष गोपाल जडिय़ा, महेन्द्र बंसल, पारस जैन, कैलाश विजयवर्गीय, शंकरलाल विजयवर्गीय, बाबूलाल जांगिड़, गोपाल साहू मोदी, प्रचार मंत्री मनोज मिश्रा आदि उपस्थित थे।

आयुक्त ने फिर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया

टोंक।  टोंक नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड लगातार कर रही क्षेत्र के दौरे, गुरुवार को सुबह फिर औचक निरीक्षण करते हुए घण्टा घर चौराहे से होते हुए सावित्री बाई फुले सब्जी मंडी पर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उसके बाद पटेल सर्किल से होते हुए मेहन्दीबाग, सुभाष चौंक पर सफाई व्यवस्था व शहर में हो रहे अतिक्रमण को देखकर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

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