चिंतन शिविर में आज राहुल गांधी के भाषण पर निगाह, स्वीकार कर सकते हैं अध्यक्ष बनने का अनुरोध

Sameer Ur Rehman
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जयपुर। उदयपुर में 13 मई से शुरू हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आज अंतिम दिन है। आज अंतिम दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का संबोधन होना है, जिस पर आज सभी की निगाहें हैं। दोपहर 3 बजे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का चिंतन शिविर में संबोधन होना है। राहुल गांधी के संबोधन के जरिए उनके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का रास्ता भी साफ होगा। माना जा रहा है कि संबोधन के दौरान राहुल गांधी फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का अनुरोध स्वीकार कर सकते हैं।

कांग्रेस नेताओं में भी चर्चा इस बात की है कि पार्टी की कमान संभालने के लिए राहुल गांधी ने स्वीकारोक्ति दे दी है। कहा जा रहा है कि जिस तरह से पूरे चिंतन शिविर का खाका राहुल गांधी के इर्द-गिर्द रखा गया था। उससे साफ है कि फिर से अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी की ताजपोशी की तैयारी हो रही है।

पीसीसी और सीएलपी नेताओं की बैठक में उठी थी राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग
इससे पहले शनिवार को कांग्रेश चिंतन शिविर के दूसरे दिन हुई पीसीसी अध्यक्षों और नेता सीएलपी नेताओं की बैठक के दौरान भी राहुल गांधी को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग जोर-शोर से उठी थी।

हालांकि कई नेताओं ने प्रियंका गांधी को भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की मांग उठाई थी, लेकिन ज्यादातर नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में थे। इस बैठक के बाद ही तय हो गया था कि राहुल गांधी फिर से पार्टी की कमान संभाल सकते हैं।

संगठन चुनाव के जरिए चुना जाएगा राष्ट्रीय अध्यक्ष

हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही पार्टी की कमान फिर से संभालने अनुरोध को स्वीकार कर लें लेकिन वो संगठन चुनाव के जरिए ही फिर से पार्टी के अध्यक्ष बन पाएंगे। सितंबर माह में संगठन चुनाव के जरिए कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा कहा यह भी जा रहा है कि संगठन चुनाव में सर्वसम्मति से राहुल गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया जाएगा।

लोकसभा चुनाव के बाद दिया था पद से इस्तीफा
दरअसल राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हुई पार्टी की शर्मनाक हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि तब कई नेताओं ने उनसे इस्तीफा वापस लेने की मांग की थी लेकिन अपने फैसले पर अड़े रहे, जिस पर पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव तक सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/