जम्मू-कश्मीर के पुंछ राजौरी क्षेत्र में सरहद की रक्षा करते हुए शहीद हुए भारतीय सेना के ग्रेनेडियर हेमराज जाट को मंगलवार को उनके पैतृक गांव भदूण,अजमेर में हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। शहीद की भदूण गांव के मैदान में अंत्येष्टि की गई। अंत्येष्टि स्थल जब तक सूरज चांद रहेगा, हेमराज तेरा नाम रहेगा जैसे नारों से आसमान गूंजता रहा। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों और आम लोगों ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शहीद हेमराज का पार्थिव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ पैतृक गांव रूपनगढ़ के भदूण लाया गया। रूपनगढ़ से भदूण तक जांबाज सैनिक की अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़ पड़े। गांव में उनके निवास के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग सपूत की पार्थिव देह का इंतजार करते रहे। अंतिम यात्रा गांव में प्रवेश करते ही पूरा वातावरण देश भक्ति से परिपूर्ण हो गया।
शहीद के परिजनों ने अंतिम दर्शन कर पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि स्थल के लिए रवाना किया। इस अवसर पर सांसद भागीरथ चौधरी,विधायक सुरेश टांक, सुरेश रावत, पूर्व विधायक नसीम अख्तर इंसाफ, जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सहित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आमजन ने अंतिम यात्रा में भाग लेकर वीर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
चिकित्सा मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से शहीद को पुष्प चक्र अर्पित किया। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं पर शहादत देकर शहीद हेमराज ने परिवार, प्रदेश और देश का मान बढ़ाया है। राष्ट्र उनकी वीरता की हमेशा मिसाल देगा। हम शहीद के परिवार की पूरी सहायता करेंगे। ग्रामीणों ने चिकित्सा मंत्री से गांव के स्कूल का नाम शहीद के नाम करने, अस्पताल क्रमोन्नत करने एवं अन्य सुविधाओं की मांग की। शर्मा ने इन सभी मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।