राजस्थान सरकार की दो साल की विफलताओं पर भाजपा का हल्लाबोल

कोटा। राज्य सरकार की दो साल की विफलता और सरकार से किये झूठे वादों के विरोध में 8 मार्च से भाजपा का हल्लाबोल आंदोलन जारी है। हल्लाबोल आंदोलन के तहत सोमवार को मंडाना मण्डल अध्यक्ष हुकुमचंद शर्मा के नेतृत्व में सर्किट हाउस से लेकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

प्रदेश की कांग्रेस सरकार के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता सुबह बड़ी संख्या में सर्किट हाउस पर जमा हुए। यहां से सरकार के खिलाफ नारे बाजी करते हुए जिला कलेक्ट्री पर पहुंचे। रैली में कार्यकर्ता हाथों में सरकार विरोधों तख्तियां लेकर शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार पर जनता से झूठे वादे कर सत्ता में आने, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, किसानों की बदहाली, खनन माफियाओं के आतंक, अनैतिक शराब नीतियों, मूलभूत सुविधाओं का आभाव सहित कई आरोप लगाए।

कलेक्ट्रेट के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओ ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंडाना मंडल अध्यक्ष हुक़ूमचंद्र शर्मा ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस ने जनता से झूठे वादे कर सत्ता हथियाई ओर सरकार में आते ही जनता से किये वादों को भूल गई। किसानों की ऋण माफी, बेरोजगारों को रोजगार व भत्ता, आमजन को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने सहित एक वादे पर भी कांग्रेस सरकार खरी नही उतर पाई है। बिजली के निजीकरण से प्राइवेट कंपनी लोगो से मनमानी वसूली कर रही है, किसान बदहाल है, केंद्र सरकार द्वारा एनएसपी जारी करने के बावजूद किसानों की फसल की खरीद नही की जा रही।

प्रदेश की कानून व्यवस्था बदहाल होने से अपराध बड़ रहे है, अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगो के प्रति अपराधों में भी बढ़ोत्तरी हुई है । आम जनता कांग्रेस सरकार में अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतारने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यही हाल रहे तो भाजपा को उग्र आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से मंडाना मंडल अध्यक्ष हुकुमचंद शर्मा, अरविंद कुमार, मुकेश, तेजराज शर्मा, शायमलाल सहित कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।