कोटा। कोटा के आयकर कार्यालय में शनिवार रात हुई करीब सवा दो करोड़ रुपए की ज्वैलरी चोरी का पुलिस ने 12 घंटे के भीतर ही खुलासा कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चोरी का मुख्य आरोपी आयकर कार्यालय में ही संविदा पर कार्यरत है. उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने आरोपियों से चोरी का अधिकतर माल भी बरामद कर लिया है. आरोपियों को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा. आरोपियों ने एक दिन पहले भी चोरी का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे. तीनों ने चोरी का माल भी बांट लिया था.
वारदात के खुलासे के बाद कोटा पुलिस ने रविवार शाम को प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रविन्द्र उर्फ विक्की, विकास उर्फ रवि और आशीष सामरिया शामिल हैं. तीनों आरोपी सुकेत के रहने वाले हैं और कोटा में अलग-अलग इलाकों में रहते हैं. इनमें रविन्द्र उर्फ विक्की आयकर विभाग में संविदा पर बतौर कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है. उसने अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर रात करीब दो बजे वारदात को अंजाम दिया था. वारदात के तरीके को देखने से पता चला कि इसमें किसी जानकार का हाथ है. इस पर पुलिस ने आयकर कार्यालय के आसपास लगे 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. शक के आधार पर आरोपियों की धरपकड़ कर सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा मामला सामने आ गया. आरोपियों ने पहचान छिपाने के लिए नकाब पहन लिए थे.
उल्लेखनीय कि शनिवार रात चोर आयकर कार्यालय में पीछे की तरफ से घुसे. चोरों ने कार्यालय में घुसकर सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया. चोर बाद में कार्यालय के द्वितीय फ्लोर पर स्थित इंवेस्टिगेशन विंग के कमरे में पहुंचे. वहां उन्होंने अलमारी का ताला तोड़कर तीन बॉक्स में रखी करीब सवा दो करोड़ रुपए की ज्वैलरी पार कर ली और बाद में वहां से फरार हो गए. चोरी गई ज्वैलरी को आयकर विभाग ने दो दिन पहले ही शहर के कैलाशचंद-माणकचंद सर्राफ के यहां से आयकर सर्वे में जब्त किया था.