Kota news । करौली के बूकना गांव में पुजारी बाबूलाल वैष्णव की पेट्रोल डालकर हत्या करने के मामले में राजस्थान पुजारी महासंघ में आक्रोश है। महासभा लगातार पीड़ित पुजारी के परिजनों को उचित न्याय, मुआवजा दिलवाने व सुरक्षा एवं सहायता उपलब्ध करवाने की सरकार से मांग कर रही है। अब भविष्य में पुजारियों को आने वाली परेशानियों को देखते हुए पुजारी महासंघ ने सरकार से 13 दिसम्बर 1991 के मंदिर भूमि को लेकर बने काले कानून को समाप्त करने व मंदिर के साथ जुड़ी कृषि भूमि पर गृहस्थ किसान पुजारी को पूर्ण खातेदारी अधिकार प्रदान करने की मांग की है। तहसील स्तर पर मंगलवार को अपनी मांग को लेकर पुजारी महासंघ ने मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के नाम ज्ञापन सौंपा।
अखिल राजस्थान पुजारी महासंघ के प्रदेश संरक्षक मंडल के सदस्य व कोटा संभाग प्रभारी राजेंद्र शर्मा रम्मू पंडित ने बताया कि पुजारी महासंघ ने मुख्यमंत्री से इस बाबत मिलने का समय मांगा है। यह मांग पूरी नहीं होने पर महासंघ आगामी रणनीति व रूपरेखा के अनुसार निर्णय लेकर अपना कदम बढ़ाएगा।
पंडित ने कहा कि राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से पुजारियों के साथ मंदिर भूमि को लेकर लगातार विवाद पैदा किए जा रहे हैं व असामाजिक तत्वों द्वारा पुजारियों पर जानलेवा हमला भी किया जा रहा है। मंदिर की भूमि विवादित नहीं रही थी, 13 दिसम्बर 1991 को बने कानून द्वारा भूमि को विवादित बनाया गया था जिसका निपटारा जरूरी है। इस मौके पर संभागीय सचिव प्रेम वैष्णव, संभागीय महामंत्री ओम वैष्णव, जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, कोटा जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल वैष्णव, लाडपुरा तहसील अध्यक्ष रघुवीर वैष्णव चांदहेड़ी, राजू, सुरेंद्र, लवकुश, मांगीलाल सहित बड़ी संख्या में सर्व पुजारी समाज के लोग उपस्थित थे।