Bhilwara news । कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया, देश और प्रदेश मे कोहराम मचा रखा है । पूरे देश मे लाॅकडाउन है सरकारे जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहे है और सभी बार-बार आमजन से अपील कर रहे है की बचाव ही उपचार है सभी आमजन से आग्रह कर रहे है की लाॅकडाउन का पालन करे सोशल डिस्टेंसिंग रखें लेकिन आमजन इस और अभी इस अपील का पूरा पालना नही कर रहा है और यह लापरवाही भारी पड सकती है क्योंकि एक कोरोना पोजिटिव (संक्रमित) व्यक्ति एक माह मे करीब 400 से अधिक लोगो को संक्रमित कर सकता है ।
कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से लड़ाई में चल रहे देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाने पर फिलहाल अभी न तो केन्द्र सरकार ने कोई फैसला लिया है परंतु कुछ राज्य सरकारों ने जरूर वर्तमान स्थिति को देखते हुए लाॅकडाउन बढाने की मंशा जाहिर की है ।
एक संक्रमित शख्स जाने अनजाने कई स्वस्थ लोगों को संक्रमित बना रहा है | देश में कोरोना से संक्रमित ज्यादातर मरीज ऐसे है , जिन्होंने न तो विदेश यात्राएं की और न ही उनके परिजन संक्रमित रहे | ऐसे लोगो को जाने अनजाने में उन लोगों ने संक्रमित कर दिया जो पहले से ही संक्रमित थे | ऐसे संक्रमित व्यक्तियो ने नही तो जांच कराई और ना ही संक्रमण के लक्षण दिखने के बाद अस्पताल जाना उचित समझा और परिणाम यह हुआ की कोरोना संक्रमितों की चेन बनने लगी |
एक कोरोना पोजिटिव रोगी कैसे करता 400 लोगो को पोजिटिव
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार क़ई अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि कोविड19 बीमारी से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग एक बहुत कारगर और सटीक उपाय है |
कोविड19 वायरस की संक्रमण क्षमता पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का आकलन है कि इससे संक्रमित व्यक्ति 1.5 से 4 लोगों को संक्रमण दे सकता हैऔर वर्तमान आकलन के मुताबिक संक्रमण देने की औसत क्षमता 2.5 मानी जाए तो एक व्यक्ति 30 दिनों में 406 लोगों को यह बीमारी दे सकता है।
यदि लॉकडाउन जैसे उपायों से सोशल एक्सपोजर या मिलने-जुलने के अवसर 75 फीसद तक कम कर दिए जाएं तो संक्रमित व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति की संक्रमण देने का आंकड़ा केवल 2.5 ही आता है |