Tonk news(फ़िरोज़ उस्मानी)। जिले से कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए जिला प्रशासन को कड़े कदम उठाने की ज़रूरत है। अभी भी टोंक में संक्रमण का खतरा टला नही है। खास तौर से प्रशासन को अब ज़िले के जिस्म फरोशी के लिए बदनाम बस्तियां पर भी निगाहें रखनी होंगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन बदनाम बस्तियों से हज़ारो लडकिया महानगरों से लौट कर आई है, जिसकी प्रशासन को खबर भी नही है। टोंक जिले की जिस्मफरोशी के लिए बदनाम टोडारायसिंह के मेहरू,मालपुरा के जयसिंहपूरा, निवाई के सिरस ओर नाहरवाड़ी के साथ ही उनियारा के सुथड़ा ओर सोप सहित अन्य कई ऐसी बस्तियां है जो को जिस्मफरोशी के लिए बदनाम है। इन बदनाम बस्तियों की हज़ारो लड़कियां मुम्बई,दिल्ली और मेरठ जैसे महानगरों में रहती है।
लॉक डाउन में मिली रियायत के बाद कई लडकिया वापस इन बस्तियों में चोरी छुपे आई है। ऐसे मामले जिला प्रशासन और पुलिस की नजर से दूर है। चोरी-छिपे मुम्बई जैसे खतरनाक संक्रमित कोरोना जोन से लोग टोंक तक आ पंहुचे है।
जिसकी प्रशासन को खबर भी नही है। प्रशासन को इन बस्तियों में भी सेम्पल लेने की ज़रूरत है। ज़िले को कोरोना संक्रमण मुक्त होने में सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकती है। थोड़ी से लापरवाही घातक साबित हो सकती है।