Bhilwara News /चेतन ठठेरा । कोरोना के कहर के बीच कल से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 25 मार्च, 2020 ई. को बसन्त नवरात्र का प्रारंभ हो रही है । इस बार नवरात्रि मे माता के दरबार(शक्तिपीठो) पर सन्नाटा रहेगा । यह पहला अशसर होगा जब नवरात्रि पर शक्तिपीठ सूने रहेंगे और श्रृद्धालु अपने-अपने घरो मे रहकार पूजा -अर्चना करेंगे । ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार घट् स्थापना (देवी का आहान) के लिए देवी पुराण व तिथि तत्व में प्रातः काल का समय ही श्रेष्ठ बताया गया है।
अतः इस दिन प्रातः काल में द्विस्वभाव लग्न में घट्स्थापना करनी चाहिये। इस वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार को सूर्योदय 06:29 बजे होगा और द्विस्वभाव मीन लग्न 07:26 बजे तक रहेगा। अतः प्रातः 06:29 से 07:26 बजे तक घट्स्थापना कर नवरात्र प्रारंभ करने का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त्त रहेगा। द्विस्वभाव मिथुन लग्न में दिन के 11:00 से 12:09 बजे तक भी घट् स्थापना की जा सकती है।
प्रतिपदा के दिन बुधवार होने से इस वर्ष अभिजित मुहूर्त्त त्याज्य रहेगा। अभिजित समय दोपहर 12:09 से 12:57 बजे तक का टाला जाना चाहिये)
चौघड़ियों के हिसाब से घट् स्थापना कब करे
लाभ-अमृत:- प्रातः 06:29 से 09:31 तक
शुभ:- प्रातः 11:02 से दोपहर 12:33 तक
चर-लाभ:- दोपहर 03:35 से 06:37 तक
प्रतिपदा के दिन बुधवार होने से इस वर्ष अभिजित मुहूर्त्त त्याज्य रहेगा। अभिजित समय दोपहर 12:09 से 12:57 बजे तक का टाला जाना चाहिये)।
अपील
आमजन से अपील है की सरकारे और प्रशासन अपने-अपने स्तर पर हर संभव इस कोरोना वायरस रूपी महामारी से निपटने के लिए थदा बचाव व सुरक्षा के लिए प्रयास कर रहे है लेकिन कल से घट नवरात्रि का ऐसा योग आया है की आमजन ,श्रृद्धालु मातारानी की घर मे घट स्थापना करके घरो मे ही कैद रहकर पूजा-अर्चना कर मातारानी से इस महामारी का खात्मा करने की आराधना-प्रार्थना करे ।