Peeplu News (ओपी शर्मा) । कोरोना का असर के चलते लोग जरूरत की रोजमर्रा की वस्तुएं लेने के लिए बाजारों में निकल रहे हैं। वहीं इसका फायदा उठाते हुए पीपलू सहित सौहेला, झिरना, रानोली, बोरखड़ीकला,डारडातुर्की ,हाडीकला, नाथडी आदि कस्बों के दुकानदार कालाबाजारी में उतर आए हैं। दाल, शक्कर, खाद्य तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी कर बेच रहे हैं।
कोरोना के कारण एक तरफ बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग अपने घरों में दाल, चांवल , आटा, शक्कर सहित अन्य जरूरत की चीजें एक और दो माह के लिए खरीद कर ले जा रहे हैं। इसके बाद भी लोग किसी आपात स्थिति को देखते हुए घरों में एक से दो माह का राशन लेकर रख रहे हैं। किराना दुकानों में 40 फीसदी तक ग्राहकी बढ़ गई है। दुकानदार भी इसका फायदा उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। शक्कर जहां अन्य दिनों में 38 रूपए किलो बिक रहा था वह अब 45 रूपए में मिल रहा है। दाल की कीमत 70 रूपए थी वह अब 80 रूपए किलो बिक रहा है।
इसी तरह 80 रूपए किलो की दाल 90 रूपए बिक रही है। इसी प्रकार खाद्य तेल 75से 90 रूपए किलो मिल रहा था वह अब 120से130 रूपए में मिल रहा है। छोटे दुकानदारों का कहना है कि टोंक-निवाई से ही सामान अधिक कीमत में आ रहा है। ऐसे में वे कम कीमत में कैसे दे सकते हैं। कालाबाजारी ऊपर स्तर से हो रहा है। इस पर शासन को अंकुश लगाया जाना चााहिए। इस पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन और खाद्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदार ग्राहकों से राशन सामानों की अधिक कीमत वसूल रहे हैं।
पेट्रोल पंप संचालक कर रहे मनमानी-
सोहैला पेट्रोल पंप संचालक अपनी मनमर्जी दिखाते दिखाते हुए 250 रुपये से कम का पेट्रोल-डीजल देने से ग्रामीणों को मना कर रहे हैं जिसके चलते आम आदमी की जेब ढीली करने की पेट्रोल पंप संचालक ने शुरू किया हुआ है। पेट्रोल पंप मालिक से बात की गई तो बताया की पेट्रोल-डीजल देने के लिए पीपलू प्रशासन द्वारा मना किया गया है।
इनका कहना है :- पीपलू उपखंड अधिकारी से फोन पर बात की तो बताया कि मेरी तरफ से किसी पेट्रोल पंप संचालक को मनमर्जी से पेट्रोल-डीजल देने के लिए नहीं कहा है। अगर डीलर मनमर्जी करता है तो उस पर कार्यवाही की जायेंगी।
(पीपलू उपखंड अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी नारायण बुनकर )