Jaipur News / चेतन ठठेरा । अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने स्वास्थ्य भवन में रविवार को आयोजित हुई समीक्षा बैठक में कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना के संबंध में घर-घर सर्वे हेतु 615 टीमों द्वारा 32 हजार 118 घरों का सर्वे किया गया है। उन्होने बताया कि राज्य नियंत्रण कक्ष में कोरोना वायरस के बारे में 132 लोगों द्वारा और 108/104 कन्ट्रौल रूम में 57 लोगों द्वारा जानकारी-सुविधा के लिए दूरभाष पर सम्पर्क किया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 303 सैम्पल कोरोना वायरस जांच हेतु लिये गये जिनमें से 300 नेगेटिव, 2 पॉजिटीव एवं 01 का परिणाम आना शेष है।
मॉस्क लगाने की सभी को जरूरत नहीं
सिंह ने आमजन से आव्ह्नन किया है कि कोरोना वायरस से नहीं घबरायें और थोड़ी सी सावधानी अपनाकर इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी व्यक्तियों को मुंह पर मॉस्क लगाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ वाले लोग मॉस्क का उपयोग करें ओैर अपने घर पर अकेले कमरे में पूरा आराम करें।
कोरोना वायरस जांच की सभी को जरूरत नही
सवाईमानसिंह चिकित्सालय के विशेषज्ञों ने बैठक में यह जानकारी दी कि चिकित्सालय में खांसी, जुकाम व बुखार के सामान्य लक्षणों वाले लोग भी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। सिंह ने इस बारे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार ही संभावितों की जांच एवं उपचार करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की जांच विशेषकर ऐसे व्यक्तियों के लिए जरूरी है जो पिछले 15 दिनों में कोरोना प्रभावित देश की यात्रा से लौटे हैं अथवा किसी ऐसे व्यक्ति के सीधे सम्पर्क में आये हैं। ऐसे व्यक्ति को यदि तेज बुखार के साथ खांसी व सांस लेने में तकलीफ है तभी कोरोना संक्रमण जांच की आवश्यकता है। साथ ही उस ऐसे लक्षण वाले व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती किया जाना आवश्यक है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आमजन से आव्ह्ान किया है कि वे कोरोना संक्रमण की अनावश्यक जांच से बचें एवं उचित सावधानी अपनाकर चिंता से मुक्त रहें।