जिंदगी की जंग हारे पुजारी, समझाइश के बाद परिजनों ने लिया शव

MBBS student committed suicide by hanging himself in Bharatpur

Karauli News। करौली जिले के सपोटरा इलाके में राधा गोविन्द मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव जयपुर के एसएमएस अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गए। वैष्णव को 8 अक्टूबर को जमीन विवाद ने अतिक्रमणकारियों ने पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की थी। झुलसी हुई अवस्था में वैष्णव को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, शेष आरोपियों की तलाश जारी है।


पुजारी की मौत के बाद ब्राह्मण समुदाय में रोष गहरा गया और सैंकड़ों लोग अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर जमा हो गए। आक्रोशित परिजन और कई सामाजिक संगठन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर धरना उठा लिया गया। इस मामले में अब सियासत भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां ट्वीट कर इस मामले में दोषियों को नहीं बख्शने का भरोसा दिया है, वहीं विपक्षी दल भाजपा इस घटनाक्रम को लेकर गहलोत सरकार पर आक्रामक हो गया है।
वैष्णव बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पूजा करते थे। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है।

करीब एक महीने पहले कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। पुजारी ने पंच-पटेलों से शिकायत की थी। 4-5 दिन पहले भी गांव के 100 घरों की बैठक हुई थी, जिसमे पंचों ने पुजारी का समर्थन किया था। पुलिस के मुताबिक पीडि़त ने बताया था कि कैलाश मीणा अपने साथियों शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मंदिर के बाड़े पर कब्जा कर छप्पर लगा रहा था। उसने विरोध किया तो पेट्रोल डालकर आग लगा दी। उसका परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती कर अपना गुजारा करता है।


धरने पर बैठे परिजन मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने और शव नहीं लेने पर अड़े हुए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद अधिकारियों ने मृतक के परिजन और प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश का प्रयास किया। मामले को लेकर डीजी ने करौली एसपी और आईजी से बात की है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर राहुल प्रकाश ने बताया कि मृतक के परिजन और प्रदर्शन कर रहे लोगों की सरकार से अनेक तरह की मांग थी, उनके मांग पत्र को सरकार तक पहुंचाया गया है। इसके बाद राहुल प्रकाश ने करौली एसपी से बातचीत कर मृतक के परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने और प्रकरण में फरार चल रहे अन्य आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने को कहा है।

साथ ही मृतक के परिजनों की यह भी मांग थी कि स्थानीय एसएचओ की भूमिका भी प्रकरण को लेकर संदिग्ध है, जिस पर 24 घंटे में इस प्रकरण को लेकर स्थानीय एसएचओ की जांच कर रिपोर्ट मुख्यालय को पेश की जाएगी। इसके साथ ही मृतक के परिजनों ने यह मांग की कि इस पूरे प्रकरण की जांच सपोटरा सर्किल की बजाय दूसरे सर्किल से कराई जाए, जिस पर पूरे प्रकरण की जांच सपोटरा की बजाए दूसरे सर्किल को दी गई है और डीवाईएसपी रैंक के अधिकारी की ओर से इस प्रकरण की जांच करवाई जा रही है।

इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि सपोटरा में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।


भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रदेश में पहले ही आए दिन बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और अब लोगों को जिंदा जलाया जा रहा है। अपराध की इन घटनाओं से प्रतीत होता है कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। इस गंभीर मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। 

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लिखा कि करौली में एक मंदिर के पुजारी को जिंदा जला देना राजस्थान की दुर्दशा का हाल बता रहा है। अशोक जी राजस्थान को बंगाल बनाना चाहते हो या राज्य जिहादियों को सौंप दिया है! या इसका भी ठीकरा अपने राजकुमार की तरह मोदी जी या योगी जी पर फोड़ोगे! षडयंत्रों से समय मिले तो काम भी कर लें! 

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि बुकना गांव सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की लोमहर्षक घटना गहलोत सरकार के जर्जर कानून व्यवस्था का एक और नमूना है। इस शासन में ना आमजन सुरक्षित है, ना आस्था के केंद्र, ना दलित सुरक्षित है और ना महिलाएं। ये कैसा शासन है, अब तो जागो सरकार।


राज्यसभा सांसद ओमप्रकाश माथुर ने ट्वीट किया कि राजस्थान में कानून व्यवस्था रसातल में पहुंच गई है, माफियाराज है। करौली जि़ले की सपोटरा तहसील में समुदाय द्वारा पुजारी को दी गई जमीन पर निर्माण के दौरान भूमाफिया ने उन्हें केरोसिन और पेट्रोल से जिंदा जला दिया। गृहमंत्री अशोक गहलोत का शासन गुंडों द्वारा ताक पर रख दिया है।