जयपुर (फ़िरोज़ उस्मानी)- दहेज़ को कुरीति मानते हुए कई समाज सामाजिक संदेश देते हुए बिना दान दहेज के शादी करने में रुचि लेने लगे है। इसी पहल में जयपुर लक्ष्मी पुत्री भंवरलाल बुनकर निवासी गुजर घाटी आमेर (जयपुर) का विवाह अरविंद मरोडिया निवासी मुरलीपुरा के साथ हुआ है। इस शादी में कोई दहेज़ नही लिया गया।
समाज सुधार की दिशा में बढ़ता एक कदम माना जा रहा है रीति अनुसार केवल नेग स्वरूप (101) रुपए लिए गए। लड़की वालों की और से अपनी पुत्री को एक चोकी सहित पांच बर्तन भेंट किए। समाज मे संदेश के रूप हुआ ये विवाह पूरे समाज के लिए गौरव की बात है।