Jaipur News / Dainik reporter – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि आधुनिक समाज में जहां लोग चांद पर पहुंच रहे है,वहां घूंघट (veil)और बुर्के का क्या तुक है? अब घूंघट हटाओ का अभियान चलना चाहिए। देशभर की महिलाओं को इसके लिए आगे आना चाहिए। सिर्फ महिलाओं को नहीं बल्कि इस प्रथा को खत्म करने के लिए उनसे ज्यादा पुरुष को आगे आना चाहिए।
क्योंकि, पुरुष प्रधान मुल्क होने से दबाव रहता है। इस कारण महिला को घूंघट निकालना पड़ता है। गहलोत बुधवार को यहां मुख्यमंत्री निवास 8सिविल लाइंस में सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित शबद कीर्तन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान जैसे प्रदेश के अंदर घूंघट प्रथा है, एक महिला को आप घूंघट में कैद रखो यह कहां की समझदारी है? हम विज्ञान के युग में हैं। मोबाइल है और दुनिया मुट्ठी में है। वहीं एक महिला घूंघट में कैद रहती है। कल्पना करो क्या बीतती होगी?
इससे पहले शबद कीर्तन के कार्यक्रम में गुरुवाणी का अमृत बरसा। श्रद्धामय माहौल में मुख्यमंत्री के अलावा राज्यपाल कलराज मिश्र, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों, विधायकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रदेशभर से आए लोगों ने सजाए गए विशेष दीवान साहिब के समक्ष मत्था टेका। शबद कीर्तन के बाद मुख्यमंत्री निवास पर लंगर की व्यवस्था भी की गई।
राज्य में विभिन्न प्रतियोगी और शैक्षणिक परीक्षाओं में बैठने वाले सिख धर्म के अभ्यर्थियों को कड़ा, कृपाण और पगड़ी आदि धार्मिक प्रतीक धारण कर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देने की घोषणा की। प्रदेश में सिख समाज में रीति-रिवाज से हुई शादियों के रजिस्ट्रेशन के उद्देश्य से राजस्थान आनंद मैरिज रजिस्ट्रेशन नियम-2019 के प्रारूप का अनुमोदन किए जाने की भी घोषणा की।
सुबह सुखमणी साहिब के पाठ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। उसके बाद कीर्तन दरबार शुरू हुआ, जिसमें भाई अमरजीत सिंह पाटियाला वालों और दरबार साहेब अमृतसर से गुरुदेव सिंह जी के रागी जत्थों ने शबद गायन कर संगत को निहाल किया। इस दौरान पूरे समय बोले सो निहाल, सतश्री अकाल के जयकारे गूंजते रहे।
कार्यक्रम में राजस्थान सिख समाज के अध्यक्ष अजयपाल सिंह, गुरुचरण सिंह,मनिन्दर सिंह बग्गा और डॉ. ईश मुंजाल ने कृपाण और सरोपा भेंट कर मुख्यमंत्री का सम्मान किया।
जयपुर सिटीजन फोरम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर शबद कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर सरकार की तरफ से किए जा रहे कार्यक्रमों का एक हिस्सा है।
इस अवसर पर गलता पीठ के स्वामी अवधेशाचार्य महाराज, युवा आचार्य राघवेन्द्राचार्य,जयपुर शहर के चीफ काजी जनाब खालिद उस्मानी, कबीर आश्रम चैतन्यधाम कोटा के संत प्रभाकर साहेब, जैन साध्वी विशुद्धमति , फादर विजय पॉल, हाथोज धाम के बालमुकुन्द आचार्य सहित सभी धर्मों एवं समुदायों के धर्मगुरु, राजापार्क गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी जगदीश सिंह , समूह स्त्री समाज की कुलदीप कौर, प्रदेश के विभिन्न गुरुद्वारों के गं्रथी, जोधपुर से जगदेवसिंह खालसा, श्रीगंगानगर से पृथीपालसिंह संधू, कोटा से जगजीत सिंह जग्गी एवं प्रदेशभर से सिख समाज सहित विभिन्न समाजों से आए लोग उपस्थित थे।