1 सप्ताह में दूसरी बार मारवाड़ दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत
-बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आज पूर्वी राजस्थान के दौरे पर
– नड्डा सवाई माधोपुर, करौली, दौसा और टोंक जिले के कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
-विधानसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान में भाजपा को लगा था झटका
– लोकसभा चुनाव में जोधपुर में करारी हार से सीएम की साख को लगा था गहरा धक्का
जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले ही अभी डेढ़ साल से ज्यादा का समय बचा हो, लेकिन भाजपा-कांग्रेस में अभी से ही चुनावी तैयारियों का आगाज कर दिया है। दोनों ही दल उन जगहों पर फोकस किए हुए हैं जहां पर विधानसभा लोकसभा चुनाव में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था।
विधानसभा चुनाव में जहां पूर्वी राजस्थान में भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ था तो वही मारवाड़ में लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र जोधपुर में उनके बेटे वैभव गहलोत को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
अपनी खोयी हुई जमीन को तलाशने के लिए जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज सवाई माधोपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 1 अप्रैल से 3 अप्रैल तक जोधपुर और बाड़मेर के दौरे पर हैं।
नड्ढा करेंगे पूर्वी राजस्थान के 4 जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद आज दो दिवसीय दौरे पर सवाई सवाई माधोपुर आने वाले भाजपा के राष्ट्रीय दल जेपी नड्डा दोपहर 1:30 बजे रणथंबोर स्थित एक होटल में करौली, दौसा, टोंक, सवाई माधोपुर, टोंक और जयपुर जिले के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। पार्टी का पूरा फोकस यहां पर अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों को लुभाने पर रहेगा।
मुख्यमंत्री का 1 सप्ताह में दूसरी बार मारवाड़ दौरा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन दिनों अपना पूरा फोकस मारवाड़ अंचल पर किए हुए हैं। हाल ही में 27 मार्च को जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर दौरे पर पहुंचे थे। 1 अप्रैल को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर और बाड़मेर जिले पर पहुंचे हैं, जहां कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में भिन्न कार्यक्रम में शिरकत की थी वहीं आज बाड़मेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। सीएम अशोक गहलोत 3 अप्रैल को जयपुर पहुंचेंगे।
भाजपा के लिए चुनौती भरा रहा पूर्वी राजस्थान
दरअसल लोकसभा चुनाव में भले ही पू्र्वी राजस्थान से भाजपा को फायदा मिला हो, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहा है। पूर्वी राजस्थान के दौसा के 5 विधानसभा क्षेत्रों, करौली के चार और सवाई माधोपुर जिले के 4 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को सफलता नहीं मिल पाई थी। ऐसे में यहां पर भाजपा अपने खोयी जमीन तलाश कर रही है।
मुख्यमंत्री की साख लगा था धक्का
वहीं लोकसभा चुनाव में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की साख को गहरा धक्का लगा था, चूंकि मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र होने के साथ-साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से पांचवा बार लोकसभा के सांसद रहे हैं। ऐसे में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मारवाड़ पर फोकस किए हुए हैं।