Jodhpur News । जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। इससे 108 व 104 सेवायें ठप हो गई। जिस कारण मरीज़ोंं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपने अपने साधनों से मरीजों को अस्पताल ले जाते देखा गया।
बुधवार सुबह 6 बजे से सभी 108 एंबुलेंस और 104 को खड़ा कर दिया दिया गया और कर्मचारी खुद सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। एंबुलेंस के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैया ना करवाने से कर्मचारी नाराज हैं और मांगें ना मानने तक प्रदेश में एंबुलेंस व्यवस्था बंद रहेगी। इसका बड़ा असर कोरोना के गंभीर मरीजों पर पडऩा तय है। खासकर गरीब मरीजों पर जो इलाज के लिए अस्पताल तक जाने के लिए इन एंबुलेंस पर ही निर्भर हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाएं इन दिनों वैसे भी गड़बड़ा चुकी हैं, उन पर भी यह हड़ताल असल डालेगी।
सिर्फ मिला आश्वासन , समाधान नहीं हुआ:
राजस्थान एबुलेंस कर्मचारी यूनियन के अनुसार सरकार से बात करने पर हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है और मांगों का समाधान नहीं होता है। इस बात से प्रदेश के सभी एंबुलेंस कर्मचारी नाराज हैं और अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इन एंबुलेंस कर्मचारियों का ठेका दो दिन में समाप्त होने वाला है। एंबुलेंस कर्मचारी चाहते हैं कि नया ठेका नई शर्तों के साथ हो।
इन मांगों को लेकर हो रहे परेशान:
य़ूनियन का कहना है कि एंबुलेंस वाहनों में समय पर डीजल नहीं डलवाना, मरम्मत कार्य समय पर नहीं करवाना, एंबुलेस वाहनों में कोरोना से सुरक्षा के लिए मास्क ग्लव्स, सेनेटाइजर इत्यादि उपलब्ध नहीं करवाना, एंबुलेंस कर्मचारियों को बिना कारण कंपनी के अधिकारीयों की ओर से परेशान करना, खटारा एंबुलेंस वाहनों को जबदस्ती चलवाना व उनका डीजल एवरेज के लिए परेशान किया जाता है तथा वेतन वृद्धि रोकने से एंबुलेंस कर्मचारी नाराज हैं।