Jodhpur News / Dainik reporter : भारतीय थल सेना (Indian army) की सबसे ताकतवर 21 स्ट्राइक कोर (सुदर्शन चक्र) का बाड़मेर सेक्टर (Barmer Sector) में युद्धाभ्यास सिंधु सुदर्शन (Maneuver sindhu sudarshan ) बुधवार से शुरू हो गया।
युद्धाभ्यास सिंधु सुदर्शन के इस 7वें फेज में पाकिस्तान से सटी सीमा के पास भारतीय थल सेना और वायुसेना (Air Force) के 40 हजार से ज्यादा जवान 18 नवम्बर तक अपनी आक्रामक युद्ध तैयारियों को परखेंगे। 15 और 16 नवम्बर को इसके साक्षी बनने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी यहां पहुंचेंगे।
युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य रेगिस्तानी भूभाग में सेना और वायुसेना की लड़ाकू क्षमता को और धारदार बनाना है,जिसमें एकीकृत वायु-भूमि युद्ध परिदृश्य में सुदर्शन चक्र वाहिनी की युद्ध तत्परता तथा परिचालन प्रभावशीलता को मान्यता मिलेगी।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोम्बित घोष (Defense spokesman Colonel Sambit Ghosh) ने बताया कि अब तक पोकरण क्षेत्र के आसपास युद्धाभ्यास में फायर पावर का संयुक्त अभ्यास चल रहा था, अब बाड़मेर सेक्टर में 100 किमी के दायरे में युद्धाभ्यास हो रहा है। अब फायर पावर के साथ पैदल सेना भी दुश्मन के इलाके में एयरफोर्स की मदद से घुसेगी।
युद्धाभ्यास के दौरान स्ट्राइक कोर की पूरी ताकत लगी हुई है। टैंक, बख्तरबंद वाहनों के साथ जमीनी लड़ाई जल्दी जीतने के लिए हवाई ताकत का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए थल सेना के साथ पश्चिमी क्षेत्र में स्थित जोधपुर सहित सभी एयरबेस से लड़ाकू विमान उड़ेंगे। रण क्षेत्र में टारगेट को धराशायी करेंगे। खास तौर से रात में हेलिबोर्न ऑपरेशन किया जाएगा।
इसमें लड़ाकू हैलिकॉप्टर रूद्र के अलावा सुखोई, मिग, जगुआर दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को तबाह करेंगे। करीब 100 किमी के दायरे में काल्पनिक युद्ध का मैदान बनाया गया है। इस अभ्यास में टैंक और अन्य बख्तरबंद वाहनों का प्रदर्शन किया जाएगा।
सेना और वायु सेना के संयुक्त संचालन पर जोर देने के साथ यंत्रीकृत संरचनाओं से पैंतरेबाजी के अलावा भूमि आधारित परिचालन और सामरिक वैक्टर के साथ निगरानी तथा वायु संपत्ति को नियोजित करके शूटर ग्रिड पर सेंसर का परीक्षण किया जाएगा। युद्धाभ्यास के दौरान मैकेनाइज्ड फोर्स पहली बार शूटर ग्रिड सेंसर का प्रयोग करने जा रही है।
इसके तहत युद्ध क्षेत्र में इजराइली यूएवी हेरोन, हैलिकॉप्टर और सैटेलाइट से टारगेट को ग्रिड की तस्वीरें भेजी जाएगी। इस आधार पर शूटर ग्रिड से जमीन पर मैकेनाइज्ड फोर्स त्वरित हमला करेगी। रात के समय ये ऑपरेशनल किया जाएगा।