Jodhpur ।कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप का असर अब दिखने लगा है। जोधपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में कोरोना संक्रमित छात्रों की संख्या लगातार बढ़ते हुए अब तक 65 से 70 तक जा पहुंची है। करीब 33 छात्र अभी भी परिसर में बनाए गए आइसोलेशन हॉस्टल में रहकर इलाज करवा रहे हैं। आइआइटी में गत डेढ़ दो माह के भीतर कोरोना संक्रमितों के मिलने में तेजी आई है।
आइआइटी प्रशासन का कहना है कि फिलहाल पूरे परिसर को बंद करने जैसी कोई योजना नहीं है। कोरोना से बचाव को सभी सुरक्षा उपाय अपनाए जा रहे है। आइआइटी जोधपुर के प्रवक्ता अमरजीत का कहना है कि वर्तमान में संस्थान में कुल क्षमता से करीब आधे यानी 1200 छात्र पढ़ रहे है। इनमें सबसे अधिक संख्या पीएचडी व एमटेक फाइनल के स्टूडेंट्स की है। अन्य क्लासेज के छात्रों को प्रेक्टिकल करवाने के लिए बुलाना पड़ता है। कोरोना प्रोटोकाल गाइड लाइन की तरह से पालना की जा रही है
ऐसे में संक्रमण के मामले बढ़ने के बावजूद परिसर को पूरी तरह से बंद करने पर विचार नहीं किया गया है। पूरी एहतियात बरतते हुए सभी गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित की जा रही है। आइआइटी में पढ़ने के लिए देशभर से बच्चे आते है। ऐसे में प्रत्येक छात्र को यहां आने से पूर्व ऑनलाइन सूचना भेजनी पड़ती है कि वह यहां आना चाहता है, इसके बाद उसे तारीख बताई जाती है। संस्थान के गेट पर पहुंचने पर छात्र को एक एंबुलेंस में बैठा आइसोलेशन सेंटर भेजा जाता है। वहां दो-तीन दिन तक रखने के बाद उसका सैंपल लेकर एम्स से जांच कराई जाती है। जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर छात्र को उसके कमरे में भेज दिया जाता है। जबकि पॉजिटिव आने पर संक्रमितों के लिए स्थापित एक हॉस्टल जी -3 में भेज दिया जाता है। पॉजिटिव छात्रों की नियमित जांच करने के साथ तीन बार भोजन सहित जरूरत की अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।