महिला के 30 सेंकेड के अंतराल में कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगाई, हालत बिगडी, मचा हड़कंप

Dr. CHETAN THATHERA
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Jhunjunu News । कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन अभियान के तहत वर्तमान में जहां एक और तो वैक्सीन की कमी हो रही है वहीं दूसरी ओर एक महिला के 30 सेकंड में वैक्सिंग की दो डोज लगा दी गई ।

वैक्सीन की फोटोस लगाने के 6 दिन बाद अचानक महिला की हालत एकदम गंभीर हो गई जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां महिला का उपचार जारी है

वहीं इस घटना से चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है तथा वैक्सीन की दौड़ लगाने वाले नर्सिंग कर्मी महिला और उसके परिजनों पर मामले को रफा-दफा करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं ।

मामले के मुताबिक 3 जुलाई को बाकरा में कोरोना टीकाकरण शिविर लगाया था। जिसमें गांव के सुरेन्द्र कुमार जांगिड़ की पत्नी माया देवी भी टीका लगवाने के लिए पहुंची। वैक्सीनेशन रूम में दो वैक्सीनेटर टीके लगा रही थी। माया देवी जब कक्ष में घुसी तो दोनों स्वास्थ्यकर्मी फोन पर बात कर रही थी। दोनों के बीच में स्टूल पर माया बैठ गई।

उनको अंदर जाते ही फोन पर बात कर रही एक महिला वैक्सीनेटर ने टीका लगा दिया। इसी दौरान जब माया एक टीका लगाकर उठी तो फोन पर बात में मशगूल वैक्सीनेटर ने उसे फिर से अपनी ओर स्टूल पर बैठा लिया और टीका लगाने लगी। माया देवी दूसरे टीके के बारे में पूछती तब तक तो वैक्सीनेटर ने टीका लगा दिया था।

यह वाक्या महज 30 सेकंड के दरमियान हो गया

कल उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब छह दिन बाद अचानक मायादेवी की तबियत बिगड़ गई और उन्हें बीडीके अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में लाया गया। परिजनों ने बताया कि लगातार मायादेवी की तबियत खराब हो रही थी। घर में दवा वगैरह लेकर गुजारा हो रहा था। लेकिन गुरुवार को जब माया घर में झाड़ू लगा रही थी तो एकदम अंधेरा छा गया और गले में सूजन भी आ गया।

जिसके बाद उसे बीडीके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। महिला की तबियत को लेकर चिकित्सक कुछ भी कहने से बच रहे है। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि लापरवाही करने वाली नर्सेज और उनके जानकार लगातार उन पर मामले को रफा दफा करने का दबाव बना रहे है।

वे इस दबाव के कारण तनाव में है। एक तो डबल डोज के कारण पहले ही परिवार परेशान है। उलटा डबल डोज लगाने वाली कार्मिकों के बचाव में कभी कोई कभी कोई आकर उन्हें परेशान कर रहा है। जिससे पूरा परिवार तनाव में जी रहा है।

माया के पति सुरेंद्र जांगिड़ ने बताया कि उन पर दो दिनों से लगातार मामले में समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है। जिससे पूरा परिवार तनाव में है। सुरेंद्र जांगिड़ और माया ने बताया कि दो नर्सेज की नौकरी अब उनकी जान से बड़ी हो गई है। कई लोग इसमें दबाव बनाए हुए है। जबकि वे चाहते है कि पहले उनकी पत्नी स्वस्थ रहे, लेकिन इससे किसी को कोई मतलब नहीं है।

इस मामले के सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने अपने अधिकारियों को महिला के घर भेजा और स्थिति को जाना। वहीं बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. वीडी बाजिया ने सीएमएचओ के निर्देश पर एक जांच कमेटी का गठन किया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम