Jahazpur News ( आजाद नेब ) : धार्मिक नगरी के स्वस्तिधाम में चल रहा आठ दिवसीय श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ शनिवार को मोक्षकल्याणक के साथ विधिविधान से सम्पन्न हुआ। आचार्य ज्ञान सागर महाराज व स्वस्तिधाम की प्रणेता आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी के सानिध्य में दिनभर धार्मिक अनुष्ठान हुए। भू-गर्भ से प्रकट जैन धर्म के 20 वें तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ स्वामी को मंत्रोच्चारण के साथ 20 हजार स्क्वायर फीट में नवनिर्मित जहाज के आकार में बने भव्य मंदिर की वैदिका पर विधिवत रूप से विराजमान गया। इस दौरान ण्मोकारमंत्र गूंजायमान होते रहे है।
प्रचार-प्रसार प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि 6 साल पहले जहाजपुर में ही भू गर्भ से प्रकट हुए 20 वें तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ स्वामी की प्रतिमा को आचार्यश्री व माताजी के सानिध्य में गाजे बाजे साथ नवनिर्मित मंदिर की वेदिका तक लेकर पहुंचेे और विधिविधान के साथ विराजमान किया गया। इस दौरान देशभर से आए श्रावक-श्राविकाओं ने भगवान के दर्शन कर पुण्य प्राप्त किया। जैन भजनों पर श्रद्धालुओं ने खूब नृत्य किया। इससे पहले नवीन वेदियों में बिम्ब स्थापन विधि का शुभारंभ यंत्र स्थापना, शांति हवन व बिम्ब स्थापना की गई।
102 बीघा क्षेत्रफल में हुए इस भव्य समारोह में देशभर के संत व श्रद्धालु बड़ी संख्या में साक्षी बने। पंचकल्याणक आयोजन महोत्सव समिति जहाजपुर के अध्यक्ष विनोद जैन टोरड़ी, महामंत्री ज्ञानेंद्र जैन ने बताया कि आचार्य ज्ञान सागर महाराज ससंघ व आर्यिका सवस्ति भूषण माताजी के सानिध्य में हुए इस अनूठे आयोजन में कई वरिष्ठ राजनेता, उद्योगपति, समाजसेवी सहित कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुई। आयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद जैन टोरडी ने बताया कि उडिसा के विमल कुमार, विकास कुमार ने मुख्य कलश चढ़ाया, वहीं मुंबई से आए भूपेंद्र व रेखा जैन ने ध्वजारोहण कर पुण्यअर्जित किया। इसी तरह नई दिल्ली के नवीन व संगीता व कोटा के प्रवीण जैन ने कलशारोहण किया। जोहरीलाल ने मुख्य ध्वजा फहराई। इससे पहले सुबह 6 बजे मूलनायक अभिषेक एवं शांतिधारा हुइ। इसके बाद बाद जाप अनुष्ठान, अभिषेक, सम्मेदशिखर पर्वत दर्शन, पूजा व निर्वाण भक्ति, निर्वाण प्राप्ति, गुणारोपण, निर्वाण कल्याणक पूजा हुई। आचार्य ज्ञान सागर महाराज ने मोक्षकल्याणक के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
महामस्काभिषेक शुरू, 20 तक चलेगा कार्यक्रम
आयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद जैन टोरड़ी ने बताया कि वेदिका पर 20 वें तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ भगवान को विराजमान करने के साथ ही आचार्यश्री व माताजी के सानिध्य में महामस्काभिषेक शुरू हो गया। मंत्रोच्चारण के साथ श्रावक-श्राविकाओं ने पहले दिन यह अभिषेक कर पुण्यअर्जित किया। 20 फरवरी तक मंदिर में महामस्तकाभिषेक चलेगा।