Jalore News।मादक पदार्थों और अफीम सेवन को रोकने की जिम्मेदारी जिस खाकी वर्दी पर है वही खाकी वर्दी ड्यूटी के दौरान ही और वर्दी में ही सार्वजनिक रूप से अफीम सेवन करने वालों को रोकने के बजाय स्वयं ही अफीम सेवन करने लग जाए तो फिर इसे आप क्या कहेंगे ?
और आसानी से अनुमान लगाया जा कैसे मादक पदार्थों की तस्करी रुकेगी या कैसे अफीम सेवन रुकेगा। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है ।
घटना जालौर जिले के सायला उपखंड के दहिवा गांव की है जहां कुछ दिन पूर्व भारतमाला परियोजना के तहत बन रही सड़क को लेकर विवाद हुआ था और विवाद बढ़ना पर वहां पुलिस जाब्ता भेजा गया था इस जाते में सायला थाने के 2 एएसआई चतराराम और नरेंद्र तथा बागरा थाने में तैनात एएसआई रघुनाथ बिश्नोई भी शामिल थे ।
दहिवा गांव में ही गांव के कुछ लोगों की अफीम मनुहार का कार्यक्रम चल रहा था तो यह तीनों एएसआईबी वहां पहुंच गए और उस अफीम मनोहर कार्यक्रम को रोकने तथा उन लोगों के खिलाफ
कार्रवाई करने के बजाए उन ग्रामीणों द्वारा इन तीनों एएसआई को भी अफीम मनोहर के लिए कहने पर इन्होंने मना करने के बजाए वर्दी में ही यह तीनों एएसआई अफीम का सेवन करने उन ग्रामीणों के साथ बैठ गए