जालोर, 29 मार्च, 2022l भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां आज जालौर जिले के प्रवास पर रहे, जहां जालौर जिला मुख्यालय पर डॉ. पूनियां का भव्य रोड शो में युवाओं, किसानों और महिलाओं ने पूरे उत्साह से स्वागत किया गया, वहीं जालौर जिले के भीनमाल विधानसभा क्षेत्र में किसानों व पशुपालकों ने डॉ. पूनियां का ऊँट पर बिठाकर भव्य स्वागत किया .
डॉ. सतीश पूनियां ने जालौर जिले में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलनों व प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का पूरे प्रदेश में 26 मार्च से पन्ना प्रमुख अभियान चल रहा है, जो 6 अप्रैल पार्टी के स्थापना दिवस तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसमें लगभग 11 लाख पन्ना प्रमुख नियुक्त किये जायेंगे.
कार्यकर्ता सम्मेलन व रोड शो में डॉ. पूनियां के साथ में सांसद देवजी भाई पटेल, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, विधायक छगन राजपुरोहित, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक नारायण सिंह देवल, विधायक पूराराम चौधरी, जिला पदाधिकारी, मंडल, बूथ पदाधिकारी इत्यादि उपस्थित रहे.
डॉ. पूनियां ने सायला व रानीवाड़ा में कार्यकर्ता सम्मेलनों को संबोधित करते हुए कहा कि, पूरे देश में हमारी पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेता भी पन्ना प्रमुख हैं, जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा, गृहमंत्री श्री अमित शाह भी पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, मैं स्वयं भी प्रदेश में एक बूथ पर पन्ना प्रमुख हूं और हमारी पार्टी के प्रदेश के तमाम वरिष्ठ नेता भी पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे हैं और पन्ना प्रमुख अभियान और बूथ के कार्यकर्ता गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश की तरह 2023 में भाजपा के विजय संकल्प को पूरा कर श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में प्रचंड बहुमत की भाजपा की सरकार बनाएंगे.
डॉ. पूनियां ने कहा कि, 2023 में पार्टी को अजेय एवं अभेद्य बनाने में पन्ना प्रमुख व बूथ कार्यकर्ता बड़ी भूमिका निभाएंगे, 11 लाख पन्ना प्रमुख, 52 हजार बूथों के कार्यकर्ता, 11 सौ से अधिक मंडल, इनकी कार्यकारिणी, 11 हजार से अधिक शक्ति केंद्र, इस तरह कुल मिलाकर लगभग 21 लाख कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज है जो मिशन 2023 के विजय संकल्प को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम कर रही है.
साथ ही भाजपा के पूरे राजस्थान में करोड़ों कार्यकर्ता हैं जो पार्टी की रीति-नीति और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को प्रदेश के गांव, ढाणी, शहरों-कस्बों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रवाद के विचार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकारें बनी हैं, अब मोदी के नेतृत्व में 2022 में गुजरात, 2023 में राजस्थान और 2024 में फिर से केंद्र में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी.
उन्होंने कहा कि मोदी ने ना केवल देश को बुनियादी तौर विकास के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ाया है, बल्कि वैचारिक मुद्दों का समाधान कर भारत का पूरी दुनिया में मान सम्मान बढ़ाया है, जिसमें अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर के निर्माण का शुभारंभ और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 का निस्तारण इत्यादि ऐतिहासिक काम हैं, जो भारत के स्वाभिमान से जुड़े हैं.
मोदी सरकार पीएम किसान सम्मान निधि, उज्जवला, जनधन, जल जीवन मिशन, सूक्ष्म लघु उद्योगों का सशक्तिकरण इत्यादि जन कल्याणकारी योजनाओं से किसान, युवा, महिला सभी वर्गों को आर्थिक उन्नति के साथ संबल दे रही है.
डॉ. पूनियां ने कहा कि 1990 से मैं राजनीति में हूं, मैंने पार्टी कार्यकर्ता व आमजन के तौर पर महसूस किया कि राजस्थान के इतिहास में अब तक की सबसे निकम्मी, भ्रष्ट और अराजक सरकार है कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार अशोक गहलोत ने अपनी सरकार बचाने के लिए लूट की पूरी छूट दे रखी है, इस सरकार में करप्शन शिष्टाचार बन चुका है, हर विभाग में करप्शन की रेट लिस्ट तक तय है जो पिछले दिनों मीडिया में प्रकाशित हो चुकी है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने स्वयं एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जयपुर में जब लोगों से पूछा क्या पैसे लेकर तबादले किए जाते हैं, तो आवाज आई हां पैसे लेकर तबादले कर जाते हैंl
गहलोत सरकार के शासन में बिगड़ी कानून व्यवस्था, करप्शन अराजकता, अपराधियों के हौसले बुलंद, दुष्कर्म के बढ़ते मामले इस तरह की स्थिति पिछले 3 सालों से बनी हुई है और किसान कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं होने से किसान आत्महत्या कर रहे हैं, और रीट सहित तमाम परीक्षाओं के पेपर लीक होने से युवाओं के साथ कुठाराघात हो रहा है, भाजपा लगातार मांग कर रही है कि रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच हो, जिससे युवाओं को न्याय मिले और भविष्य में कोई भी पेपर लीक करने की हिम्मत ना कर सकेl
उन्होंने कहा कि, प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था की यह स्थिति है कि मुख्यमंत्री अपनी सरकार बचाने के लिए इतने मजबूर हैं कि कांग्रेस के एक विधायक के पुत्र पर दुष्कर्म का आरोप लगता है और एक विधायक के स्वागत कार्यक्रम में खुलेआम गोलियां चलाई जाती हैं, लेकिन अशोक गहलोत मौन रहते हैं, क्योंकि उनकी प्राथमिकता सरकार बचाना है, प्रदेश की सुरक्षा, बहन बेटियों की सुरक्षा, किसानों की कर्जामाफी और युवाओं को नौकरियां देना उनकी प्राथमिकता नहीं हैl