जैसलमेर/ दुनिया का तीसरा सबसे बडा तिरंगा 1000 किलो वजनी तिरंगा आज स्वर्ण नगरी की धरा पर फहराएगा जिसके साक्षी सेना के कई अधिकारी सहित प्रमुख व प्रबुद्ध जन बनेंगे ।
रक्षा( डिफेंस ) पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा के अनुसार देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर जैसलमेर में सेना के वॉर(युद्ध) म्यूजियम के पास पहाड़ी की चोटी पर खादी से बना दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया ।
जम्मू-कश्मीर और लेह के बाद जैसलमेर तीसरा स्थान होगा जहां दुनिया का सबसे बड़ा खादी का झंडा फहराया जा रहा है। यह तिरंगा झंडा 225 फीट लंबा और 150 चौडा है तथा इसका वजन 1000 किलो है और इसे खादी ग्रामोद्योग ने बनाया है । झंडे को लगाने के लिए कई मजदूर और जेसीबी मशीनें काम में जुटी हैं।
बताया जा रहा है कि झंडा लगभग 37,500 वर्ग फीट एरिया में फैला है।
दुनिया का सबसे बड़ा खादी का झंडा इस झंडे कि खास बात ये है कि ये झण्डा खादी से बना है और इसे खादी ग्रामोद्योग ने बनाया है। ये दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा खादी का झण्डा है। आज सेना के कई बड़े अधिकारी, जनप्रतिनिधि और अन्य लोग इसको देखने आएंगे और इस मौके पर मौजूद रहेंगे।
भारतीय सेना के शौर्य को सम्मान देने के लिए देश में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस (आर्मी डे) मनाया जाता है। इस साल 74 वां आर्मी डे मनाया जा रहा है। आर्मी डे के दिन भारतीय सेना की वीरता, सेना के अदम्य साहस और देश के लिए सेना की कुर्बानी को याद किया जाता है। इस खास मौके पर इस झंडे के जैसलमेर में लगने से सेना के मनोबल को और ज्यादा उत्साह का संचार होगा ।
इससे पहले 2 अक्टूबर 2021 को महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती के अवसर पर लद्दाख के लेह में खादी के कपड़े से बना दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। उसका वजन 1400 किलो था और 225 फीट लंबा व 150 फीट चौड़ा था। इस दौरान लेह के उप राज्यपाल आर के माथुर और सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद रहे थे।