Jaiselmer News / Dainik Reporter : राज्य के उत्तर पश्चिमी हिस्से में बारिश-ओलावृष्टि (Rain and hail) का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और जालौर सहित आस-पास के कई इलाकों में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी।
बाड़मेर जिले में तो रिकॉर्ड तोड़ वर्षा हुई। यहां पिछले 36 घंटों के दौरान लगभग 75 मिमी बारिश हुई। बारिश ने पिछले 9 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, इससे पहले इसी माह में वर्ष,2010 में 54 मिमी बारिश हुई थी। बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने स्कूलों में छुट्टी कर दी। बाड़मेर में पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड देखे तो यहां बारिश का आंकड़ा लगभग शून्य ही रहा।
बाड़मेर के अलावा जोधपुर के फलौदी में 30, बीकानेर में 14.4 और जैसलमेर में 13.6 मिमी, चूरू, श्रीगंगानगर सहित अन्य जिलों में भी बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो प्रदेश के इन क्षेत्रों में बारिश का ये दौर शुक्रवार को भी बना रहने की संभावना है। इसके बाद धीरे-धीरे मौसम साफ होने की संभावना व्यक्त की है। जैसलमेर के बड़ोरा गांव, सम, धनाना, पोकरण, रामदेवरा, मोहनगढ़, रामगढ़, इलाकों में ओलावृष्टि होने की जानकारी मिली हैं।
उगा गांव में बिजली गिरने से 40 से ज्यादा बकरियों की मौत हो गई। वहीं बाड़मेर के धोरीमन्ना, गुडामलानी, गडरा, शिव, बायतू क्षेत्रों के कई गांवों में ओलावृष्टि हुई। चौहटन क्षेत्र में बिजली गिरने से 4 ग्रामीणों के झुलसने की जानकारी मिली हैं, वहीं बड़ी संख्या में मवेशियों की मृत्यु हुई हैं। बाड़मेर जिला कलेक्टर ने आमजन को कच्चे मकानों, बिजली के पोल, पेड़-पौधों आदि से दूरी बनाएं रखने की अपील की। मौसम की बात करें तो पश्चिमी क्षेत्र में गुरुवार सुबह से ही झमाझम का दौर शुरू हो गया, जो रुक-रुक कर देर शाम तक जारी रहा।
इसके अलावा कुछ इलाकों में ओले गिरने की भी सूचना है। बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर खेतों में ओलों की चादर बिछ गई। इस कारण यहां ग्वार, मूंग, मोठ, तिल, बाजरा, मंूगफली फसलें खराब हो गई। इधर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव जयपुर के अलावा अजमेर, भरतपुर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में देखने को मिला।
कई जिलों में दिनभर बादल छाए रहे, जिसके कारण आसमान में धुंध भी रही। देर शाम सर्द हवा का दौर भी शुरू हो गया। बादल छाने और धुंध के कारण जयपुर में दूसरे दिन भी आबोहवा बेहद खराब रही। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 329 से ऊपर रहा, जो खराब स्थिति को दर्शाता है।
बारिश-ओलावृष्टिï के प्रभाव के कारण दिन के तापमान में भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई। जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर सहित अन्य पश्चिमी क्षेत्रों में दिन का अधिकतम तापमान 20 से लेकर 23 डिग्री सैल्सियस के बीच रहा। जैसलमेर और बाड़मेर में तो दिन – रात के तापमान में केवल 3 डिग्री सैल्सियस का ही अंतर रहा।