जैसलमेर। देश के पश्चिमी छोर पर बसे थार के मरुस्थलीय जिले जैसलमेर मे पीने के पानी पर अब पुलिस का पहरा रहेगा। ये नजारा इन दिनों जैसलमेर जिले के विभिन्न इलाकों की नहरों में देखने को मिल रहा है। यहां पर नहर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पुलिस के जवान पानी की निगरानी कर रहे हैं। वजह है पानी की चोरी को रोकना। दरअसल इस बार बाइस मार्च से अड़सठ से सत्तर दिनों तक के लिए पंजाब के हरिके बांध से निकलने वाली और राजस्थान की जीवन रेखा कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर में नहरबंदी होनी है। छह मार्च से इक्कीस मार्च तक नहरों में सिर्फ पीने के लिए पानी चलाया जा रहा है ताकि उससे आगामी सत्तर दिनों के लिए पेयजल का भंडारण किया जा सके। लेकिन कुछ खेतों में अभी भी फसलें खड़ी होने से पानी चोरी की आशंका बढ़ जाती हैं इसलिए नहर विभाग ने पानी की चोरी रोकने के लिए पुलिस से मदद मांगी है।
गौरतलब के की सीमावर्ती जिले जैसलमेर की मुख्यधारा कहे जाने वाली इंदिरा गांधी नहर जैसलमेर के साथ साथ जोधपुर व बाड़मेर को भी पेयजल सप्लाई करती है। ऐसे में नहर बंदी के दौरान पेयजल किल्लत नहीं हो इसके लिए नहर विभाग व पुलिस ने कमर कस ली है। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि नहर विभाग की मांग पर रामगढ़ व मोहनगढ़ थाने से दस-दस आरएसी के जवान दिए गए है। आगे जरूरत पड़ने पर और जवान मुहैया कराए जाएंगे।
नहर विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता हरैत लाल मीणा ने बताया कि आगामी दिनों में पंजाब में नहर रिपेयरिंग का कार्य होना है इसलिए बाइस मार्च से सत्तरदिनों का क्लोजर होना है। आगामी गर्मियों के मौसम मे जैसलमेर सहित जोधपुर में पेयजल संकट ना छाए इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं।