Jaipur News / Dainik reporter : सवाई मानसिंह चिकित्सालय (Sawai Mansingh Hospital) में आए दिन मरीजों के परिजनों और रेजीडेंट्स (Residents)के बीच हो रही मारपीट की घटनाओं के विरोध तथा रेजीडेंट्स को सुरक्षा (safety)देने सहित अन्य मांगों को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आंदोलन (protest) की घोषणा (Declaration)की है।
इसके तहत गुरूवार को अस्पताल में सभी रेजीडेंट्स ने बांह पर काली पट्टïी बांधकर सांकेतिक विरोध जताते हुए कार्य किया। रेजीडेंट्स ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि रविवार तक मांगे पूरी नहीं होने पर सोमवार से मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टर्स कार्य बहिष्कार करेंगे। जयपुर एसोसिएशन आफ रेजीडेंट डाक्टर्स के अध्यक्ष डा. अजीत बागडा ने बताया कि चिकित्सकों को सुरक्षा के साथ ही, हाल ही में बढ़ाई गई मेडिकल छात्रों की फीस वापस लेने की मांग भी की जा रही है।
इसमें सरकार ने पीजी के लिए फीस को पांच हजार से बढाकर एक लाख कर दिया है, इसके कारण चिकित्सकों पर आर्थिक भार बढ रहा है वहीं सेवारत चिकित्सकों के लिए एक साल की राजकीय सेवा की अनिवार्यता का नियम लागू किया गया है इसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
बागडा ने बताया कि इसके अलावा मेडिकल कालेज में इस बार सीटें बढने के कारण 680 रेजीडेंट को हास्टल का आवंटन नहीं हुआ है। ऐसे में ये रेजीडेंट हास्टल से बाहर रहने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
इसके चलते इन्हे हॉस्टल सुविधा या हाउस रेंट दिया जाए। बता दें कि हाल ही में रेसिडेंट डॉक्टर की सुरक्षा के लिए एसएमएस अस्पताल में 16 बाउंसर भी लगाए गए थे। इसके दूसरे दिन ही बाउन्सरों ने मरीज के परिजन के साथ बदसलूकी कर दी।
इस पर संज्ञान लेते हुए चिकित्सा मंत्री ने बाउंसर को हटा दिया था। इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अस्पताल प्रशासन से जीबीएम बैठक की लेकिन बैठक विफल होने के कारण रेसिडेंट एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं।