जयपुर
विधानसभा में शुक्रवार को कर्ज माफी को लेकर जमकर सियासत हुई। किसानों की हमदर्दी बटोरने के लिए सभी पार्टियों में होड़ मची रही। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कर्ज माफी के आदेश को लगड़ा आदेश बताते हुए सवाल खड़ा किया कि किसानों के साथ धोखा क्यों किया? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा प्रतिपक्ष के नेता आप भावुक हो, कुछ भी बोल जाते हो। लगड़ा आदेश क्या होता है? स्पष्टï आदेश है पढ़े लिखे हो। आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रतिपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में कर्ज माफी की घोषणा की लेकिन जो आदेश जारी किए है उसे लेकर किसानों में भ्रम की स्थिति है। कर्ज माफी को लेकर सवाल खड़े किए तो संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कटाक्ष किया तो विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर विरोध करने लगे। इसी बीच निर्दलीय संयम लोढ़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्ज माफी की बात कही थी उसका क्या हुआ? प्रतिपक्ष की ओर से फिर हंगामा शुरू हो गया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी नेकहा कि सदन को नियमों से चलाना मेरी जिम्मेदारी है। सदन के नेता और प्रतिपक्ष के नेता के वक्तव्य के दौरान कोई व्यवधान नहीं करें।