जयपुर (शिवशंकर छीपा )। इस देश में जिस किसी को भी ‘भारत माता की जय’ बोलने में हिचकिचाहट होती है, उसे इस धरती का अन्न खाने का कोई अधिकार नहीं है। हम तो भारतीय जनता पार्टी के ऐसे कार्यकर्ता हैं कि यदि हम मरणासन्न अवस्था में भी ‘भारत माता की जय’ के लिए हमारी धड़कनें वापस आ जाती हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने द्वारा जयपुर में आयोजित युवा टाउन हॉल कार्यक्रम “युवां री बात शाह रे साथ” में युवाओं के साथ सीधा संवाद के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि देश में कांग्रेस के 50 वर्ष से अधिक के शासन में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति ने देश को तबाह कर के रख दिया था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने देश से इन तीनों बुराइयों को ख़त्म करने का काम किया है। 2018 का विधानसभा चुनाव जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति के खिलाफ लड़ाई का चुनाव है और यह जंग राजस्थान के युवाओं के बगैर नहीं जीती जा सकती भाजपा एक व्यक्ति की पार्टी नहीं
वसुंधरा सरकार की उपलब्धियों की व्याख्या करने के लिए एक ही वाक्य काफी है – राजस्थान में ऐसा एक भी परिवार नहीं है जिसे राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार से कोई फायदा न पहुंचा हो। समाज के हर वर्गों तक विकास को पहुंचाने का अभूतपूर्व कार्य वसुंधरा सरकार ने किया है। वंशवाद का सबसे खराब उदाहरण हमने अभी राजस्थान में ही देखा है कि एक कांग्रेस प्रत्याशी ने किस तरह अपने कार्यकर्ताओं को ‘भारत माता की जय’ की जगह सोनिया गाँधी के लिए नारे लगाने को बाध्य किया। राजनीति में वंशवाद का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है।
राहुल प्यार की बात ना ही करे
शाह ने कहा कि राहुल गाँधी जी, आप प्यार की बातें न ही करें तो अच्छा है। याद कीजिये कि आपकी कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे पीवी नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी से किस तरह का दुर्व्यवहार किया था। देश में 55 साल तक गाँधी-नेहरू परिवार का पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक शासन रहने के बावजूद कांग्रेस पार्टी ने देश के 50 करोड़ गरीबों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी नहीं किया। यह भारतीय जनता पार्टी है जिसने स्थिति में परिवर्तन लाने की शुरुआत की
युवाओं से हुए रूबरू
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज मानसरोवर के टैगोर पब्लिक स्कूल में आयोजित युवा टाउन हॉल कार्यक्रम में राज्य के युवाओं से रू-ब-रू हुए और उनसे भारतीय जनता पार्टी की विकास यात्रा के साथ जुड़ने का आह्वान किया। शाह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्य के सभी 200 विधानसभाओं के गाँवों, कस्बों एवं शहरों से लाइव जुड़े। इस कार्यक्रम में लगभग लाखों युवाओं ने शिरकत की। सोशल मीडिया पर भी युवा टाउन हॉल कार्यक्रम के प्रति देश भर से युवाओं का भारी उत्साह देखा गया। ट्विटर पर हैशटैग #युवां_री_बात_शाह_रे_साथ आज सुबह से देश और दुनिया में टॉप पर ट्रेंड करता रहा। ट्विटर के जरिये देश भर से युवा इस कार्यक्रम के साथ ऑनलाइन जुड़े, उन्होंने शाह से अपने सवाल भी पूछे। कार्यक्रम को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी उपस्थित थे।
अवैध घुसपैठिये कांग्रेस के लिए वोटबैंक
एनआरसी पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों को कठघरे में खड़ा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिये देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी को इसमें अपना वोटबैंक नजर आता है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान आये दिन घुसपैठिये देश की सुरक्षा में सेंध लगाते रहते थे लेकिन कांग्रेस सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती थी क्योंकि कांग्रेस पार्टी को केवल वोट बैंक की चिंता रहती थी। जब हमने देश से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए NRC का काम शुरू किया तो कांग्रेस पार्टी ने हायतौबा मचा दी, उसे अवैध घुसपैठियों के मानवाधिकार की चिंता सताने लगी। क्या देश की जनता का, असम के नागरिकों का कोई मानवाधिकार नहीं है।
चौकीदार चौकन्ना, चोर कभी चोरी नहीं कर सकते
एक छोटी सी बच्ची रचना की कहानी को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि बालिका रचना ने मुझे एक कहानी सुनाई कि 40 चोर एक कॉलोनी में चोरी करना चाहते थे लेकिन मुस्तैद चौकीदार इतना चौकन्ना था कि 40 चोर एक बार भी कॉलोनी में चोरी नहीं कर पाए। तब चोरों ने गठबंधन बना लिया और कॉलोनी वालों के सामने चौकीदार को ही चोर साबित करने में लग गए लेकिन कॉलोनी की जनता समझदार थी, उन्होंने चोरों की साजिश को पहचान लिया और उन्हें जेल भिजवा दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी गठबंधन के सहारे अपनी नैया को पार लगाने का सपना संजो रहे हैं लेकिन गठबंधन एक ढकोसला मात्र है। गठबंधन बनने के बावजूद हम 2019 में पिछली बार से भी अधिक बहुमत के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनायेंगे।