गहलोत व पायलट समर्थकों के बीच जुबानी जंग जारी, विधायक सोंलकी ने नागर को दी जोरदार पटकनी,चीर हरण वाला

Dr. CHETAN THATHERA
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Jaipur News।राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में ऑल इज वेल नहीं है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है और यह लड़ाई दोनों ही गुट से उनके समर्थक और सिपहसालार लगातार जुबानी जंग से जारी रखे हुए हैं ।

एक तरफ केंद्रीय आलाकमान पायलट और गहलोत के बीच समन्वय बनाकर प्रदेश में कांग्रेस को पुनः मजबूत करने के प्रयास कर रहा है ।

वहीं दूसरी ओर गहलोत और पायलट के समर्थक विधायक और नेता अपने अपने नेता की ओर से खुलकर बेबाक वाक युद्ध करने में लगे हुए हैं।

आज एक बार फिर यह जुबानी जंग छिडी जब दूदू से गहलोत समर्थक तथा कांग्रेसी टिकट नहीं मिलने पर बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ कर जीतने वाले और रेप के आरोप में जेल की सजा काटने वाले विधायक बाबूलाल नागर ने सचिन पायलट पर जुबानी धावा बोला इसका पलटवार करते हुए

पायलट समर्थक चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने नगर के जुबानी जंग का जबरदस्त धावा बोलते हुए नागर को जोरदार पटकने दी है सोलंकी ने नागर को ऐसा जवाब दिया कि उसकी सारी पोल खोल कर रख दी और सब को कटघरे में खड़ा कर दिया ।

 

कौनसा कारगिल का युद्ध जीतकर आए थे, महिला के चीरहरण के कारण जेल में इसलिए कटा टिकट– विधायक सोंलकी

चाकसू से पायलट समर्थक कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने दूदू से गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर की ओर से उठाए गए सवालों पर पलटवार करते हुए

नागर से ही जबाव मांगा कि वे खुद ही बताए कि 2018 में उनका टिकट किसने और क्यों कांटा था ?

कौनसा कारगिल का युद्ध जीतकर आए थे। महिला के चीरहरण के कारण सलाखों के पीछे जेल में थे और उसके कारण टिकट कटा था।

उसके बाद भी उनके भाई को टिकट दिया। इस बार वे कांग्रेस के पक्ष में क्यों नहीं चुनाव मैदान से हटे और क्यो पार्टी प्रत्याशी के सामने निर्दलीय चुनाव लडा ? टिकट तो हाईकोर्ट ने प्रसंज्ञान ले लिया था तब काटना पड़ा था हाईकमान को।

नागर को पार्टी के अंदरूनी मामले में बोलने का अधिकार नहीं

यह तो आलाकमान की दरियादिली समझिए कि आपके जेल में होने के बावजूद आलाकमान ने आपके भाई को टिकट दिया था। कांग्रेस की बात करने वाले हाथ के निशान पर जीत कर आते तब ये बाते करते।

सोलंकी ने नागर की ओर से पायलट टीम पर लगाएं आरोपों का जबाव देते हुए पत्रकारों से कहा कि पहली बात तो निर्दलीय विधायक के नाते नागर को कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी मामले में बोलने का अधिकार किसने दिया।

आप अगर कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही अपने आपको मानते हैं तो कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के सामने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव ही नहीं लड़ना चाहिए था।

नागर पायलट के फोटो व बैनर क्यों लगाते हैं

सोलंकी ने नागर से पूछा कि पायलट पर आरोप लगाने वाले दूदू के प्रत्येक कार्यक्रम में पायलट के फोटो व बैनर क्यों लगाते हैं। दो दिन पहले दूदू कार्यक्रम में जिसमे डोटासरा भी गए थे।

उस कार्यक्रम में नागर ने मंच पर सचिन पायलट का फोटो लगा रखा था। सचिन पायलट अगर लोकप्रिय नहीं है और जनता में पकड़ नहीं है तो नागर ने उनका फोटो क्यों लगा रखा था।

मैं गर्व से कहता हूं कि पायलट के कारण जीता हूं। मुझे टिकट नहीं मिला तो कांग्रेस के साथ खड़ा था। अपमान करने वाले को माफी मांगनी चाहिए। पायलट के योगदान को चुन्नीदा लोग भूला नहीं सकते।

2013 में पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई थी कांग्रेस उसके लिए जो दोषी है वो भी माफी मांगे

सोलंकी ने पूछा कि आपने किस नेता के प्रवक्ता बनकर 2018 के चुनाव में टिकट वितरण को लेकर सवाल उठाए। 2018 के लिए माफी मांगने की बात कहने वाले नागर 2013 में पार्टी की करारी हार के लिए किससे माफी मंगवाएँगे।

साफ तो करें कि कौनसे सन की जांच करवाना चाहते हैं। असल मे माफी तो 2013 में पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई उसके लिए जो भी दोषी है उनको सबसे पहले माफी मांगनी चाहिए।

2018 चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाने में सचिन पायलट के योगदान को यूं ही भुलाया नहीं जा सकता। पायलट ने सड़कों पर संघर्ष किया है और लाठियां खाई है। कार्यकर्ताओं के संघर्ष को दरकिनार करने वाले नेताओं को माफी मांगने की जरूरत है।

मैं नहीं कहता कि अन्य नेताओं का योगदान नहीं था पर पायलट का सबसे अधिक योगदान रहा।

होड मे कांग्रेस का सत्यानाश कर दिया — विधायक नागर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक पूर्व मंत्री और दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने सचिन पायलट खेमे पर निशाना साधते हुए

निर्दलीय विधायक नागर ने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ जैसा माहौल था उसमें कांग्रेस की 150 सीटें आ रही थीं, आज जो लोग मेहनत करके सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं।

वे बताएं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 150 सीटें आनी थीं, वह 99 पर ही क्यों सिमट गई ? जीतने वाले लोगों के टिकट काटकर जमानत जब्त होने वाले लोगों को टिकट किसने दिए ?

किसी को आगे लाने की होड़ में कांग्रेस का नाश कर दिया? ऐसे नेताओं को हाईकमान से माफी मांगनी चाहिए। जिन्होंने कांग्रेस को 150 की जगह 99 पर लाकर छोड़ दिया।

नागर ने नाम लिए बिना सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के विधायक गहलोत को पसंद करते हैं। 13 निर्दलीय लड़े हैं उनमें से 10 लोग वे हैं जो कांग्रेस के मंत्री विधायक रहे, जो निर्दलीय जीतने के बाद भी कांग्रेस को अपनी मां कहते हैं उनके भी टिकट काट दिए।

नागर ने कहा सचिन पायलट का कोई जादू नही है । ऐसा ही कोई जादू है तो आपने एमपी का चुनाव लड़ा था तो खुद नहीं जीत पाए थे।

इसलिए कोई गलतफहमी पालकर नहीं बैठें, एक नेता के बूते पर नहीं सबको साथ लेकर चलने से और कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही सरकार बनती है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम