जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में हुई फायरिंग की घटना का जिक्र करते हुए बिगड़ी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चिंत्ता जताई।
मुख्यमंत्री जी के गृह जिले जोधपुर में लगातार दूसरे दिन फायरिंग की घटना #Rajasthan में जंगलराज की कहानी बयां कर रही है। पहले बदमाशों की आपसी लड़ाई व अब पुलिस टीम पर गोलीबारी –
राज्य में कानून व्यवस्था का स्तर इतना गिर चुका है कि बदमाशों को किसी का भय नहीं है तथा गैंगवार चरम पर है।— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) March 13, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार सवेरे ट्वीट कर लिखा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में फायरिंग की घटना राजस्थान में जंगलराज की कहानी को बयान कर रही है। जोधपुर में पहले बदमाशों की आपसी लड़ाई व अब पुलिस टीम पर गोलीबारी-राज्य में कानून व्यवस्था का स्तर इतना गिर चुका है कि बदमाशों को किसी का भय नहीं है तथा गैंगवार चरम पर है।
पूर्व मुख्यमंत्री राजे पिछले कुछ दिनों से गहलोत सरकार पर लगातार आक्रामक है। भरतपुर में दो दिवसीय देवदर्शन कार्यक्रम तथा अपने जन्मदिन के बाद वे राजस्थान की सियासत में अपनी सक्रिय मौजूदगी दर्शा रही है। वे लगातार गहलोत सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर कटघरे में खड़ा कर रही है। हाल ही में उन्होंने केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के उन ट्वीटस को री-ट्वीट भी किया, जिनमें उन्होंने राजस्थान में हो रही अपराध की घटनाओं का कैलेण्डर जारी कर राहुल व प्रियंका गांधी से राजस्थान जाने का इरादा पूछा था।
राजे ने टोंक में कुछ बदमाशों की ओर से मां व बेटी को निर्वस्त्र कर मारपीट करने की घटना को लेकर भी गहलोत सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने लिखा था कि पहले बेटी का अपहरण किया, फिर तलाशते हुए मां पहुंची तो दोनों को बंधक बनाकर निर्वस्त्र करके पीटा। यह मामला जितना भयावह है, उससे कहीं ज्यादा राजस्थान को शर्मसार कर देने वाला है। प्रदेश की छवि को कलंकित कर देने वाली ऐसी घटनाओं की जितनी निंदा की जाए कम है।
पूर्व मुख्यमंत्री राजे ऐसे समय में गहलोत सरकार पर हमलावर हुई हैं, जब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल लगातार उन पर मुख्यमंत्री गहलोत से गठजोड़ के आरोप लगाते रहे हैं। हालांकि, न मुख्यमंत्री गहलोत और न ही पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कभी बेनीवाल के आरोपों पर सीधे पलटवार किया है।