जयपुर। क्राईम ब्रांच व ज्योति नगर थाना पुलिस ने तीन अंतरराज्यीय वाहन चोरों को पुलि धर-दबोचा है और उनसे एक टवेरा वाहर बरामद किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अंतरराज्यीय शातिर वाहन चोर अतीक महबूब (35) निवासी नूरी नगर इन्दौर हाल गोरेगांव,मुम्बई वेस्ट , रूपेश मालविय (36) निवासी बड़वानी मध्यप्रदेश और शेख मुबिन (33) इन्दौर मध्यप्रदेश के रहने वाले है और तीनों को अलग- अलग जगह से गिरफ्तार कर इनके पास से सरकारी वाहन टवेरा बरामद की गई है यह टवेरा सेंट्रल आईबी के आईजी केसी मीना की है। जिसे 15 मई को मोतीडूंगरी थाना इलाके में स्थित मुख्य सचिव बंगले के समीप से चुराई गई थी। इससे पहले इस अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोहों के पांच बदमाश ऋषीराज मीणा उर्फ ऋषीकेश (30) सवाई माधोपुर हाल महेश नगर , अरविन्द राजूभाई पटेल (38) निवासी गुजरात, रामसिंह (28) निवासी दूदू जिला जयपुर , राजपाल उर्फ रामकेश मीणा (27) निवाी तूंगा, जिला जयपुर व चैन सिंह(40) निवासी गांवडोगरी दूदू जिला जयपुर को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिनहोंने पूछताछ में मोतीडूंगरी थाना इलाके में सेन्ट्रल पार्क टोंक रोड से आईबी के पुलिस महानिरीक्षक का सरकारी वाहन टवेरा चोरी करना कबूला था और अपने तीन अन्य साथी को बेच देना स्वीकार किया है। इसके बाद पुलिस ने इनके तीन अन्य साथियों को मध्यप्रदेश व मुम्बई पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया है। डॉ.विकास पाठक पुलिस उपायुक्त ने बताया कि अंतरराज्यीय कुख्यात वाहन चोर ऋषीराज के खिलाफ पूर्व मे तीन दर्जन वाहन चोरी के मामले दर्ज है।
अरविन्द पटेल पुलिस थाना आमोद गुजरात में शराब तस्करी के मुकदमें में वांछित चल रहा है।
राजपाल उर्फ रामकेश मीणा के खिलाफ पूर्व में एक दर्जन मुकदमें वाहन चोरी व अन्य प्रकरणों के दर्ज हैं। चैन सिंह के भी मारपीट का मुकदमा दर्जहै।
अतीक महबूब के पूर्व में इन्दौर मध्यप्रदेश में वाहन चोरी के मुकदमें हैं।
वारदात कर तरीका :- कुंवर राष्टÑदीप पुलिस उपायुक्त पूर्व ने बताया कि पूर्व की मांग के अनुसार शहरो ंमें रैकी कर वाहन चिन्हित करके नकली विशेष चाबी द्वारा वाहनों को चोरी कर पुलिस नाकाबंदी व सीसीटीवी कैमरों से बचाते हुए गलियों व ग्रामीण रास्तों का प्रयोग करते हुए टॉल नाकों से बचकर तयशुदा स्थानों पर वाहनो को तय स्थान पर डिलीवरी देकर अन्य साधन द्वारा अपने गंतव्य स्थान तक आ जातेहैं। पूछताछ में कुख्यात वाहन चोर ऋषी राज मीणा ने बताया कि वाहन डिलीवरी के लिए वह अपनी पत्नी को साथ ले जाता है ताकि पुलिस नाकाबंदी से बचा जा सके। अतीक महबूब जो पूर्व में गैराज चलाता था अब चोरी के वाहन खरीदकर अन्य गैराज वालों को वाहन बेचता है। गैराज मालिक खरीदे गए वाहनों का मूल स्वरूप बदलकर एक्सीडेंटल वाहन के ईंजन चैसिस नम्बर काम में लेकर उंचे दामों में वाहन बेच देतेहैं। 15 मई को पुलिस महानिरीक्षक आईबी का सरकारी वाहन टवेरा ऋषीराज मीणा द्वारा चोरी कर अतीक महबूब को किशनगढ़ अजमेर में 60 हजार रुपए में बेची थी। जिसके बाद अतीक महबूब ने सेंट्रल आईबी के आईजी केसी मीना की टवेरा को मोबिन शेख गैराज मालिक इन्दौर को 1 लाख रुपए में बेच दी थी। गिरफ्तार कुख्यात वाहन चोरों ने पूछताछ में एक दर्जन चौपहिया वाहनों को चोरी करना व खुर्दबुर्द करना स्वीकार किया है। गौरतलब है कि 15 मई मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे सीएस के बंगले के बाहर खड़ी आईबी आईजी केसी मीणा की कार चोरी हो गई थी। सीसीटीवी में कार अंबेडकर सर्किल के पास से गुजरने के फुटेज मिले भी मिले थे। इस संबंध में आईजी केसी मीणा के ड्राइवर विनोद ने मोती डूंगरी थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आईजी आईबी की कार की तलाश में जयपुर कमिश्नरेट पुलिस शहर भर के साथ विभिन्न मार्गों के टोल पर लगे करीब डेढ़ सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद भी खाली हाथ रही। पिछले माह में दो अलग-अलग स्थानों से चुराए गए पुलिस के वाहन अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह ने चुराए थे। गिरोह ने आईजी आईबी की कार को कुछ दिन छिपाकर रखा और फिर मौका देखकर उसे बेच दिया। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।