जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन राजस्थान में तीन नदियों में किया जाएगा उनका अस्तित्व सोमवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी लेकर आएंगे। उसके बाद 21 अगस्त को प्रदेश भर में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जाएगा प्रकाश की तरह पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। श्रद्धांजलि के बाद राजस्थान मे तीन स्थानों पर बांसवाड़ा मे माही नदी,कोटा मे चंबल एंव तीर्थराज पुष्कर मे भारत रत्न एंव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां विसर्जित होगी ।
इसका निर्णय शनिवार को भाजपा कार्यालय में हुई भाजपा नेताओं की मेरा तन बैठक में किया गया इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी सतीश और प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रशेखर शामिल रहे तीनों नेताओं के बीच करीब 3 घंटे तक गहन विचार विमर्श किया गया उसके बाद यह तय किया गया कि वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन राजस्थान में भी किया जाए।
गौरतलब है कि वाजपेई के अंतिम इच्छा के अनुसार उनकी अस्थि विसर्जन देशभर में विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा इसके लिए सभी राज्य में अधिकृत भेजा जाएगा और प्रमुख नदियों में अस्थि विसर्जन होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश कल दिल्ली रवाना होंगे। कलश को 22 सितंबर को भाजपा मुख्यालय से रवाना किया जाएगा जो कि रथ में रवाना होंगे। प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने बताया कि इस कलश पर आम जन भी अपनी पुष्पांजलि अर्पित कर सकते है। रथ रात होने पर रूक जाएगा, वहीं सुबह रवाना होकर, मुख्य मार्ग होते हुए गतंव्य तक पहुंचेगा। सांसद ओम बिडला चंबल, चुन्नीलाल गरासिया माही और अरूण चतुर्वेदी पुष्कर में अस्थियां विसर्जित करेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी की 21 अगस्त को शोक सभा भी आयोजित होगी जो कि महावीर स्कूल में शाम पांच से छह बजे तक आयोजित होगी।