जयपुर। कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि प्रदेश के पशुपालकों के हित को सर्वोपरि रखते हुए पशुपालन व्यवसाय को अधिक लाभकारी बनाया जाएगा। नस्ल सुधार के लिए प्रदेश में संचालित कृत्रिम गर्भाधान जैसी महत्वपूर्ण योजना को कड़ाई से लागू किया जाएगा, ताकि पशुपालकों को उच्च गुणवत्ता व उत्पादकता के अच्छी नस्ल के पशु उपलब्ध हो सकें।
कटारिया रविवार को पशुपालन विभाग एवं महावीर इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय पशु चिकित्सा एवं बांझपन निवारण शिविर के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पशुपालन के धन्धे को पहले पिछड़ा माना जाता था, जो आज सफल व्यवसाय हो गया है। इसे अधिक लाभकारी बनाने की आवष्यकता है। कोरोना काल के दौरान सकल घरेलू आय में यदि कोई योगदान रहा है तो पशुपालन व्यवसाय का ही रहा है।
कटारिया ने कहा कि पशुपालक उन्नत पशुधन से अच्छी आय प्राप्त सकते है। कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय एक-दूसरे के पूरक है। पशुपालन के बिना जैविक खेती की परिकल्पना नही की जा सकती है। भूमि की उर्वरकता बनाए रखने के लिए रासायनिक खाद के स्थान पर गाय के गोबर की खाद का उपयोग करे।
कटारिया ने कहा कि मूक पशुओं की सेवा श्रेष्ठ सेवा है। कंवर का बास गांव की श्रीबालाजी गौ सेवा संस्थान में संचालित पशु चिकित्सा उपकेन्द्र के भवन निर्माण के लिए 12 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने गौशाला की चारदीवारी के निर्माण के लिए पांच लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की।
शिविर के दौरान 245 पशुओं में बांझपन निवारण, 3723 पशुओं की चिकित्सा, 13 पशुओं में शल्य चिकित्सा, 60 ऊंटों की चिकित्सा, 1080 भेड़-बकरियों में फिडकिया रोग से बचाव को टीकाकरण, 1419 पशुओं को कृमिनाशक दवा पिलाई गई। इस अवसर पर आयोजित महिला पशुपालक गोष्ठी में महिलाओं ने भाग लिया। पशुपालकों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन कर उपयोगी जानकारी पर आधारित साहित्य का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर पशु पोषाहार संस्थान द्वारा पौष्टिक व प्रोटीन युक्त अजोला का प्रदर्शन करते हुए संतुलित पशु आहार के विषय में भी जानकारी दी गई। राज्य रोग निदान केन्द्र द्वारा पशुओं के रक्त व मल आदि नमूनों की जांच भी शिविर स्थल पर की गई। इस अवसर पर झोटवाड़ा पंचायत समिति के प्रधान रामप्रकाश जाट, गौशाला संरक्षक श्रवण रोलानियां, दुर्जनियावास के सरपंच हरितवाल, महावीर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल सहित अनेक जन प्रतिनिधि एवं पशुपालन निदेशक डॉ. विरेन्द्र सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।