
जयपुर / जोधपुर हिंसा मामले पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने बयान जारी कर कहा कि, राजस्थान में कानून व्यवस्था बड़ी चुनौती बनी हुई है, शांतिप्रिय प्रदेश राजस्थान जिसकी मिसाल दी जाती थी। आज कांग्रेस पार्टी की अशोक गहलोत सरकार की सरपरस्ती में उनके नेतृत्व में जिस तरीके से तुष्टीकरण की राजनीति के बाद प्रदेश में अशांति और कानून व्यवस्था भंग हुई है, वो प्रदेश के लिए चुनौतीपूर्ण भी और चिंताजनक भी है।
कल जोधपुर में भगवान परशुराम जी की जयंती व ईद की पूर्व संध्या पर जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी मालमुकन्द बिस्सा जी की प्रतिमा पर भगवा ध्वज उतारकर वहां जिस तरीके से इस्लामिक ध्वज लगाया गया, वहां तोड़फोड की गई, हिंसा की गई, वही नहीं आज फिरसे गाडियों में तोडफोड की गई, अराजकता फैलाने की कोशिश हुई, यह बानगी है कानून व्यवस्था की, करौली से यह साबित हो जाता है कि ऐसी हिंसक घटनाएं कांग्रेस सरकार के संरक्षण में हो रही हैंl
इस तरह की घटनाएं कांग्रेस सरकार में ही क्यों होती हैं? इसका मतलब अराजक तत्वों को संरक्षण मिलता है और यह संरक्षण इसलिए मिलता है कि एक तरफ पीएफआई को कोटा में रैली की परमिशन देते हैं,दूसरी तरफ रामनवमी और हिंदू नववर्ष के जुलूसों पर प्रतिबंध लगाते हैं, 17 जिलों में धारा 144 लगती हैl
कांग्रेस पार्टी के इस तुष्टीकरण के कारण अराजक तत्वों ने एक तरीके से प्रदेश को गिरफ्त में ले लिया है, यह चिंताजनक बात है। एक के बाद एक घटनाएं बहुसंख्यकों के मानव अधिकारों पर चोट हैं, मुझे लगता है कि तुष्टीकरण कांग्रेस के डूबने का बडा कारण बनेंगे l
प्रदेश की शांति के लिए, सदभाव के लिए आम लोगों की जनसुरक्षा के लिए कम से कम अपने वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर अशोक गहलोत अपनी कुर्सी की चिंता के बजाए जनसुरक्षा की सोचें l