
जयपुर/ राजस्थान में उदयपुर अहमदाबाद रेलवे मार्ग पर सलूंबर क्षेत्र में शनिवार को ब्लास्ट कर बड़ी साजिश करने की कोशिश की गई थी इस लास्ट में क्षतिग्रस्त हुई रेलवे लाइन आज सवेरे तक बरामद कर दिया गया है और अभी दोपहर में पहली ट्रेन इससे गुजरी है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!वही इस मामले को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) सहित सभी राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की जांच एजेंसियां जांच में जुट गई है इस घटना में जिस पावरफुल ब्लास्ट सामग्री का उपयोग किया गया उसको लेकर आतंकी एंगल की भी संभावनाओं को मद्देनजर रखते हुए जांच की जा रही है।
विदत है की उदयपुर अहमदाबाद रेलवे मार्ग पर शनिवार को सलूंबर क्षेत्र में स्थित ओढा पुल पर ब्लास्ट कर एक बड़ी साजिश की गई थी लेकिन स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से बड़ा हादसा टल गया था इस घटना के बाद अपर मंडल रेल प्रबंधक बलदेव राम की मौजूदगी में इंजीनियर और कर्मचारियों की एक टीम ने रविवार रात भर काम करते हुए।
पूर्व रेलवे ट्रैक को दुरस्त कर दिया और इस पर आज सवेरे इंजन चला कर ट्राई किया और उसके बाद आज तो फिर 12:30 बजे अहमदाबाद से उदयपुर के लिए ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया गया।
इस घटना में रेलवे ट्रैक को उड़ाने के लिए जिस विस्फोटक सामग्री का उपयोग किया गया वह डेटोनेटर सुपर 90 किसमें का विस्फोटक था बहुत पावरफुल होता है ऐसा ही 90 सुपर डेटोनेटर विस्फोटक से हाल ही में दो टावरों को जमीन दोस्त किया गया था।
उधर दूसरी और इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) से सहयोग मांगा है और आज यह जांच एजेंसी भी उदयपुर पहुंचने वाली है इसके साथ ही अन्य जांच एजेंसियांNSG,ATS,CID इमरजेंसी रिस्पांस टॉक्स की एक बटालियन तथा पुलिस जांच में जुटी है।
इमरजेंसी रिजल्ट ऑफ किए बटालियन को रेलवे ट्रैक पर तैनात भी कर दिया गया इस संबंध में उदयपुर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट(UAPA) के तहत जावर माइंस थाने में मामला दर्ज किया इस मामले में टाइगर एक्ट की धारा 16 और अट्ठारह भी लगाई गई है यह धारे आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी हुई है।
जिस पुल पर यह घटना घटित हुई ओढा पुल यह फूल शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर केवड़ा की नाल में बना हुआ है और इसकी ऊंचाई 35 मीटर है तथा उदयपुर अहमदाबाद रेलवे मार्ग पर कुल 36 स्टेशन हैं और इस पूरी रेलवे ट्रैक पर करीब 700 से अधिक छोटे बड़े पुल बने हुए हैं 2 से 99 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 821 मीटर की रास्ते में सुरंग भी है ।