डायबिटीज से बचाव ही है उपचार

liyaquat Ali
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Jaipur News / Dainik reporter : बदलती जीवनशैली के कारण डायबिटीज (Diabetes) आज हर उम्र के लोगों को शिकार बना रहा है। मीठा खाना (Sweet food) इस बीमारी को बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर यही धारणा रहती है कि, चीनी की मिठास की बजाए आर्टिफिशियल स्वीटनर (Artificial sweetener )ज्यादा सुरक्षित है, मगर यह पूरा सच नहीं है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर सामान्य चीनी से 3000 गुणा तक अधिक मिठास तो देते हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन मरीज की याददाश्त कमजोर करने से लेकर मोटापा (obesity) और पेट, बीपी, हार्ट (Stomach, BP, Heart) संबंधी रोगों का भी शिकार बना देता है।

वल्र्ड डायबिटीज डे के मौके पर नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल (Narayana Multispeciality Hospital) के डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ. मुकुल गुप्ता (Diabetes specialist Dr. Mukul Gupta) ने आर्टिफिशियल स्वीटनर या शुगर फ्री जैसे पदार्थों में एसपारटेम, सैकरीन, सुक्रालोज, ऐसेसल्फेम-के आदि तत्व पाए जाते हैं, जो लगातार सेवन से नुकसानदेह साबित होते हैं।

कई शोधों में यह सामने आया है कि इनके ज्यादा सेवन से ब्रेन की कोशिकाऐं भी नष्ट हो सकती है। कुछ अध्ययनों मेंं इनसे इंसुलिन संवेदनशीलता पर भी प्रभाव पड़ता है। बच्चों के खाद्य पदार्थ जैली, जेम्स, टॉफी, चॉकलेट, पेस्ट्री में भी आर्टिफिशियल स्वीटनर मिले होते हैं, जिससे बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज, मोटापाए पेट की बीमारिया हाने लगती है।

फोर्टिस अस्पताल के एसोसिएट कंसल्टेंट डा.मनोज खण्डेलवाल ने बताया कि लोगों में मधुमेह आनुवंशिक विसंगति के कारण हो सकता है। डायबिटीज हो जाए तो इसमें आजीवन सतर्कता एवं संपूर्ण इलाज की आवश्यकता है।

विश्व में मधुमेह जीर्णचयापचय विकारों के प्रमुख कारण के रूप में उभरा है जो इससे प्रभावित लोगों को शारीरिक, सामाजिक, मानसिक एवं मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है।  इसके उपचार में मनोवैज्ञानिक मदद रोगी को रोग प्रबंधन में मदद करती है और मानसिक रूप से सबल बनाती है। चिंता और तनाव भी इसका मुख्य कारण है।

एसएमएस अस्पताल के डायबिटीज विशेषज्ञ डा. प्रकाश केसवानी ने बताया कि डायबिटीज पहले 40 वर्ष के बाद होने वाली बीमारी थी लेकिन अब यह 15 वर्ष की उम्र में टाइप-2 डायबिटीज सामने आ रही है। इसका मुख्य कारण शारीरिक श्रम बंद करना है। इससे बचने के लिए बाल्यकाल से ही स्वस्थ दिनचर्या अपनानी चाहिए।

इसमें नियमित व्यायाम, कम चिकनाई व वसायुक्त खाना, फास्ट फूड से दूरी रखनी चाहिए। व्यक्ति को पूरी नींद लेनी चाहिए क्योंकि नींद भी एक अच्छा व्यायाम है। इसके साथ ही बच्चों को मोबाइल से दूरी बनाकर रखनी होगी, मोबाइल के कारण बच्चे आउटडोर गेम्स से दूर हो रहे हैं। डायबिटीज से बचाव ही इसका सबसे बेहतर उपचार है।

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